JEE की तैयारी कर रहे देश के लाखों छात्रों के लिए बड़ी खबर, 2021 से छात्र सिर्फ 3 नहीं बल्कि 11 भाषाओं में दे सकेंगे JEE मेंस की परीक्षा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 28, 2019 01:41 PM2019-11-28T13:41:56+5:302019-11-28T13:43:21+5:30
अभी तक जेई मेन इंग्लिश, हिंदी और गुजराती भाषा में है। लेकिन साल 2021 से इस एग्जाम को 8 और क्षेत्रीय भाषाओं में भी दे सकेंगे। यानी तब ये एग्जाम 11 क्षेत्रीय भाषाओं में दिया जा सकेगा।
हर साल देश भर के लाखों छात्र बेहतर इंजीनियरिंग संस्थानों में नामांकन लेने के लिए JEE मेंस की तैयारी करते हैं। इन छात्रों के लिए एक अच्छी व बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल, पहले जेईई मेंस की परीक्षा छात्र सिर्फ तीन भाषाओं में दे सकते थे, लेकिन अब 11 भाषाओं में छात्र यह परीक्षा दे पाएंगे। दरअसल, अभी तक जेई मेंस इंग्लिश, हिंदी और गुजराती भाषा में है। लेकिन साल 2021 से इस एग्जाम को 8 और क्षेत्रीय भाषाओं में भी दे सकेंगे। यानी तब ये एग्जाम 11 क्षेत्रीय भाषाओं में दिया जा सकेगा।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन 2021 के JEE मेंस के लिए भी अभी से अपडेट्स आना शुरू हो गए हैं। 11 भाषाओं में टेस्ट कराने की तैयारी करने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को निर्देश दिया है। इस निर्देश पर अमल के बाद ये एग्जाम जिन भाषाओं में होगा वो ये हैं- असमी, बंगाली, इंग्लिश, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मराठी, उड़िया, तमिल, तेलुगू और उर्दू शामिल हैं।
आपको बता दें कि जेईई (मेन) परीक्षा के जरिए अलग-अलग इंजिनियरिंग और आर्किटेक्चर अंडरग्रेजुएट कोर्स में ऐडमिशन होता है। जिसमें नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ इन्फर्मेशन टेक्नॉलजी और सरकारी सहायता प्राप्त दूसरे टेक्निकल संस्थान इसमें शामिल हैं। इन सभी संस्थानों के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी परीक्षा आयोजित कराती है।
2021 से ये टेस्ट 11 भाषाओं में लिया जाएगा। इस निर्णय पर मानव संसाधन विकास मंत्रालय का कहना है, इससे छात्रों को इंग्लिश या हिंदी मीडियम में शिफ्ट होने के बजाय मातृभाषा में स्कूलिंग जारी रखने में मदद मिलेगी।