नई दिल्ली, 10 जुलाई। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने देश के 10 सबसे उत्कृष्ठ विश्वविद्यालयों की लिस्ट जारी की है। इनमें सार्वजनिक क्षेत्र के संस्थानों में आईआईटी दिल्ली, आईआईटी बंबई और आईआईएससी बेंगलोर शामिल हैं। जारी की गई लिस्ट के मुतिबाक, पहले नंबर पर आईआईएस (इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस) बेंगलोर, दूसरे नंबर पर आईआईटी (इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) मद्रास और तीसरे नंबर पर आईआईटी दिल्ली को शामिल किया गया है।
वहीं इस लिस्ट में चौथे नंबर पर आईआईटी दिल्ली, पांचवे नंबर पर आईआईटी खड़गपुर है। जबकि दिल्ली स्थित जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय को 6वें पायदान पर जगह दी गई है। सातवें नंबर पर आईआईटी कानपुर, आठवें नंबर पर आईआईटी रुड़की, नवें पर वाराणसी स्थित बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय और 10 वें चेन्नई की अन्ना युनिवर्सिटी देश के सबसे उत्कृष्ठ संस्थान हैं।
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लिस्ट जारी करते हुए मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कहा कि, देश के लिये एक्सिलेंस इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस काफी महत्वपूर्ण है। हमारे देश में 800 विश्वविद्यालय हैं लेकिन एक भी विश्वविद्यालय शीर्ष 100 या 200 की विश्व रैंकिंग में शामिल नहीं है। इस निर्णय से इसे हासिल करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि इससे इन संस्थानों के स्तर एवं गुणवत्ता को तेजी से बेहतर बनाने में मदद मिलेगी और पाठ्यक्रमों को भी जोड़ा जा सकेगा। इसके अलावा विश्व स्तरीय संस्थान बनाने की दिशा में जो कुछ भी जरूरी होगा, किया जा सकेगा।
जावड़ेकर ने कहा कि रैंकिंग को बेहतर बनाने के लिये टिकाऊ योजना, सम्पूर्ण स्वतंत्रता और सार्वजनिक क्षेत्र के संस्थानों को सार्वजनिक वित्त पोषण की जरूरत होती है। ‘‘ मोदी सरकार की प्रतिबद्धता हस्तक्षेप नहीं करने और संस्थानों को अपने अनुरूप आगे बढ़ने की अनुमति प्रदान करने की है। ’’
उन्होंने कहा कि इस दिशा में नरेन्द्र मोदी सरकार की ओर से एक और मील का पत्थर स्थापित करने वाली गुणवत्तापूर्ण पहल की गई। विशेषज्ञ समिति की ओर से उत्कृष्ट संस्थानों का चयन किया गया है और हम देश के सबसे उत्कृष्ठ शिक्षा संस्थानों की सूची जारी कर रहे हैं।
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इस दौरान केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि देश के आईआईटी में लड़कियों की हिस्सेदारी 14 प्रतिशत हो गई है और दो साल पहले की तुलना में यह 8 प्रतिशत की वृद्धि है। आईआईएससी बेंगलोर को गौरव का विषय बताते हुए उन्होंने कहा कि, इस संस्थान में बेहतर बनने की संभावना है। यह संस्थान सार्वजनिक क्षेत्र का संस्थान है, इसे पूर्ण स्वायत्तता प्रदान की गई है ताकि यह वास्तव में विश्व स्तरीय संस्थान बन सके।
आईआईटी दिल्ली और आईआईटी बंबई को बधाई देते हुए जावड़ेकर ने कहा कि इन दोनों उत्कृष्ट संस्थानों को सरकारी वित्त पोषण प्राप्त होगा क्योंकि सार्वजनिक क्षेत्र के जिन संस्थानों को उत्कृष्ट संस्थान का दर्जा प्रदान किया गया है, उन्हें अगले पांच वर्षों के दौरान 1000 करोड़ रूपये का सरकारी अनुदान मिलेगा।
एजेंसी से इनपुट भी
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