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अपनी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के माध्यम से स्टूडेंट्स के बीच Educaptain ने हासिल किया नया स्थान, जानें

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 14, 2022 18:21 IST

संस्था ने अपने तीन साल के छोटे से सफर में कई बड़े -बड़े लक्ष्य हासिल किये है, यूट्यूब चैनल पर 2 लाख सब्सक्राइबर होना उनके इसी मेहनत का परिणाम है।

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ठळक मुद्देटेलीग्राम पर भी इनके माध्यम से को लोगों को आसान शिक्षा मिल रही हैएजुकेप्टन से पढ़े हुए छात्रों ने CUET के अलावा अन्य UG एंट्रेंस एग्जाम में लगातार अच्छे परिणाम दिए हैंभारत में कॉमर्स स्ट्रीम के अध्ययन के लिए बेस्ट ऑप्शन बनने के इरादे से काम कर रहे इस संस्था की कई सारी खासियत है

12वीं के बाद कॉलेज में एडमिशन के लिए इतने सालों से चली आ रही प्रक्रिया को CUET ने इस साल बदल दिया। मेरिट की जगह एंट्रेंस एग्जाम के आधार पर एडमिशन मिलने का जब नियम आया, छात्र परेशान हो गए। परेशानी इस नए बदलाव से थी पहले 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के लिए पढ़ो फिर एंट्रेंस एग्जाम के लिए। छात्रों को ये अंदाजा भी नहीं हो पा रहा था कि पेपर कैसा आएगा। 

इन्हीं सब उलझनों को दूर करने के लिए आपको किसी अनुभवी मार्गदर्शन की जरूरत होती है। ऐसे वक्त में एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स छात्रों की पढ़ाई में बेहद मददगार साबित होते है। अपनी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के माध्यम से Educaptain ने छात्रों के बीच एक नया स्थान हासिल किया है। 26 सितंबर 2022 को आये CUET 2022 टॉपर्स लिस्ट में educaptain के होनहार छात्र आयुष्मान भत्रा ने अपना नाम दर्ज किया है। 

पहली बार आयोजित हुई इस प्रवेश परीक्षा में इस युवा छात्र ने पांच विषयों में सौ प्रतिशत हासिल किये है। अपनी विरासत के कारण ये प्रसिद्ध कोचिंग संस्थान छात्रों के लिए पूरी तरह से गुणवत्तापूर्ण शिक्षण और छात्रों को बेहतर सिखाने के लक्ष्य से काम करता हैं। छात्रों को आसानी से समझाने के लिए अनुभवी टीचर्स, अत्याधुनिक तकनीक और अन्य तरीकों को अपनाकर एजुकैप्टन छात्रों को कठिन प्रतियोगी परीक्षाओं को आसानी से पास करने में सहायता करता है। 

संस्था ने अपने तीन साल के छोटे से सफर में कई बड़े -बड़े लक्ष्य हासिल किये है, यूट्यूब चैनल पर 2 लाख सब्सक्राइबर होना उनके इसी मेहनत का परिणाम है। इतना ही नहीं टेलीग्राम पर भी इनके माध्यम से को लोगों को आसान शिक्षा मिल रही है। 

एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी के लिए एजुकैप्टन ही क्यों है बेस्ट?

एजुकेप्टन से पढ़े हुए छात्रों ने CUET के अलावा अन्य UG एंट्रेंस एग्जाम में लगातार अच्छे परिणाम दिए हैं, जैसे DU JAT में AIR 3, IPMAT इंदौर में AIR 13, IPU में AIR 4, BVP में AIR 4,आदि, ये बेहतरीन परिणाम इस बात को साबित करने के लिए काफी है कि एजुकैप्टन क्यों आपके लिए बेस्ट है। 

इंस्टिट्यूट की हाइली क्वालिफाइड प्रोफेसर्स  की टीम युवा उम्मीदवारों को न सिर्फ परीक्षा के लिए तैयार करती है बल्कि उन्हें अपने आगे आने वाले करियर और जीवन के लिए भी मज़बूत बनाती है। एजुकैप्टन का मुख्य उद्देश्य छात्रों को भविष्य के लिए तैयार करना है, ताकि न सिर्फ वो एंट्रेंस एग्जाम क्रैक कर पाए बल्कि दुनिया के एग्जाम में भी पास हो जाये। भारत में कॉमर्स स्ट्रीम के अध्ययन के लिए बेस्ट ऑप्शन बनने के इरादे से काम कर रहे इस संस्था की कई सारी खासियत है। 

अनुभवी टीचर्स के मार्गदर्शन में पढ़ाई के अलावा छात्रों के ज्ञान और कौशल  को बढ़ाना, तकनीक से जोड़कर पुरानी शिक्षा प्रणाली में आने वाली समस्याओं का समाधान करना जैसे कई पहलुओं पर काम करता है। 'गुणवत्तापूर्ण शिक्षा' के लिए मशहूर educaptain एक बढ़िया, किफायती और सम्मानजनक शिक्षा प्राप्त करने में कॉमर्स छात्रों का समर्थन करने के उद्देश्य से काम करता है। इनके टीचिंग स्टाइल में कई अनोखे तरीके शामिल है, जैसे कि टॉपर्स स्टूडेंट्स से सीधे सलाह, मॉक एग्जाम के लिए वीडियो सोल्युशन, हैंडरिटेन किताबें, व्हाट्सएप पर मदद, आदि। इन सभी सुविधाओं के माध्यम से ये छात्रों को पढ़ा रहे है और बदले में छात्र इन्हे बेहतर परिणाम देते है। 

मिलिए Educaptain  के संस्थापक प्रिंस गुप्ता से 

प्रिंस गुप्ता , जिन्होंने educaptain की शुरुआत की, और आज इसे इस मुकाम तक पहुंचाया। इन्होने आजतक हजारों छात्रों को को प्रशिक्षित किया है। प्रिंस गुप्ता को बचपन में पार्शियल विज़न डिसेबिलिटी का सामना करना पढ़ा, जिस वजह से उन्होंने अपनी पढ़ाई के दौरान कई कठिनाइयाँ उठाई। लेकिन वो कहते है न कि कड़ी मेहनत और जूनून है तो आप पूर्ण है आप में कोई कमी नहीं है। प्रिंस गुप्ता ने भी कुछ ऐसा ही किया और अपने अनुभव से सीखते हुए, उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में सभी छात्रों को समान अवसर प्रदान करने की शपथ ली। 

उन्होंने डिसेबिलिटी के बावजूद एसआरसीसी और आईआईएम कलकत्ता जैसे भारत में प्रतिष्ठित संस्थानों से पढ़ाई की और फिर छात्रों को पढ़ाना शुरू किया। प्रिंस गुप्ता का मानना ​​है कि हर व्यक्ति ख़ास है और सीखने में सक्षम है। छात्रों के ' पर्सेप्चुअल नॉलेज ' का उपयोग उनकी समझ क्षमता को मापने के लिए किया जा सकता है।

एजुकेप्टन क्यों सबसे अलग है इस सवाल पर संस्थापक प्रिंस गुप्ता ने कहा, "शिक्षा मेरे लिए बेहद ज़रूरी है, लेकिन मुझे तब बुरा लगता है जब मैं देखता हूं कि हजारों छात्र उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा का खर्च उठाने में असमर्थ हैं, विशेष रूप से कॉमर्स के छात्र जिन्हें वह ध्यान नहीं मिल रहा है जिसके वे हकदार हैं। इन सब को बदलने के लिए मैंने एडुकैप्टन की शुरुआत की। 

कोई भी कॉमर्स के छात्रों को उनकी UG एंट्रेंस परीक्षाओं में सहायता नहीं कर रहा था, इसलिए जब हमने YouTube पर कक्षा 12वीं के छात्रों की मदद करना शुरू किया, तो हमें मार्किट में एक बड़ा अंतर दिखाई दिया। इसलिए अब एजुकेप्टन अब यह बदलना चाहता है कि भारत की कॉमर्स और एडमिनिस्ट्रेशन एंट्रेंस एग्जाम कैसे आयोजित की जाती है।”

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