कोरोना वायरस का कहर: फिलीपीन में फंसे भारतीय छात्रों ने स्वदेश लौटने के लिए मांगी मदद, सिर्फ 48 घंटे बचा समय
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: March 18, 2020 06:09 PM2020-03-18T18:09:28+5:302020-03-18T18:09:28+5:30
coronavirus outbreak: फिलीपीन में मौजूद एक छात्रा ने वीडियो संदेश में कहा है कि सरकारी प्रतिबंध के कारण हम 20 मार्च के बाद फिलीपीन के बाहर कहीं भी यात्रा नहीं कर पाएंगे. फिलीपीन में कोरोना वायरस के अब तक 202 केस सामने आए हैं. यहां 17 लोगों की मौत कोविड-19 की वजह से हुई है.
फिलीपीन में फंसे सैकड़ों भारतीय छात्र वीडियो संदेशों के जरिए मदद मांग रहे हैं क्योंकि वह कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए भारत द्वारा लागू की गई यात्रा पाबंदियों के कारण स्वदेश लौट नहीं पा रहे हैं. अमेरिका में इन छात्रों के कुछ दोस्तों और रिश्तेदारों ने यह जानकारी दी. छात्रों ने बताया कि उनके पास कम वक्त बचा है क्योंकि फिलीपीन सरकार ने उन्हें देश से जाने के लिए 72 घंटे का समय दिया है जो 16 मार्च को शुरू होगा, जिसके बाद देश में बंद जैसे हालात होंगे. यानि फिलीपीन सरकार की समय सीमा कल (19 मार्च) को समाप्त हो जाएगी.
भारत सरकार ने कोविड-19 के खतरे के खिलाफ अपने प्रयासों को तेज करने के बीच अफगानिस्तान, फिलीपीन और मलेशिया से यात्रियों के भारत में प्रवेश पर मंगलवार को तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया. इनमें से एक छात्रा अखिल बाला नायर ने वीडियो संदेश में कहा कि करीब 200 भारतीय छात्रों ने अगले कुछ दिनों में भारत के लिए विमान की टिकटें बुक कराई थीं, लेकिन नई नीति के कारण सभी टिकटें रद्द कर दी गईं.
नायर ने जयपुर फुट यूएसए के प्रमुख प्रेम भंडारी को भेजे वीडियो संदेश में कहा कि ज्यादातर छात्रों ने 17 मार्च के लिए टिकट कराई थी और बाकियों को 19 तथा 20 मार्च को भारत की यात्रा करनी थी, लेकिन टिकट रद्द कर दिए गए और मनीला में सैकड़ों भारतीय छात्र हवाईअड्डे पर फंसे हैं. विशेष विमान भेजने की जरूरत भारतीय समुदाय के लिए काम कर चुके और इन छात्रों के संपर्क में रहने वाले भंडारी ने कहा कि यह वक्त की मांग है कि भारत सरकार इन भारतीय छात्रों को घर लाने के लिए एक विमान भेजे.
नायर ने अपने संदेश में कहा कि सरकारी प्रतिबंध के कारण हम 20 मार्च के बाद फिलीपीन के बाहर कहीं भी यात्रा नहीं कर पाएंगे. उन्होंने बताया कि मनीला में करीब 1,000 भारतीय छात्र है जो स्वदेश लौटना चाहते हैं. कोशिशें जारी हैं: दूतावास मनीला में भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया कि वह विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर इसका हल निकालने की कोशिश कर रहे हैं. दूतावास ने कहा कि सभी से धैर्य रखने का अनुरोध किया जाता है.