नई दिल्ली, 30 मार्चः सीबीएसई पेपर लीक मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच लगातार छापेमारी कर रही है। यह छापेमारी पंजाबी बाग, मिंयावली, नरेला, बिंदापुर समेत पश्चिमी दिल्ली के करीब दर्जनों इलाकों में की गई है। वही, हिरासत में लिए गए विद्या कोचिंग सेंटर के संचालक विक्की से पुलिस ने गहनता से पूछताछ की है, जिसके बाद नया खुलासा हुआ है। विक्की ने पुलिस को बताया है कि दोनों पेपर दो अलग-अलग छात्रों के जरिए उसके पास आए थे।
25 लोगों को हिरासत में लिया
वहीं, जांच में जुटी क्राइम ब्रांच की टीम अबतक 25 लोगों को हिरासत में ले चुकी है, जिनसे पूछताछ की गई है। पूछताछ के दौरान पुलिस को नई-नई जानकारियां हाथ लग रही है। इस दौरान उसने 40 संदिग्ध मोबाइल नंबर स्कैन किए हैं। इस मोबाइल नंबरों पर 12वीं व 10वीं दोनों ही कक्षाओं के लीक पेपर भेजे गए थे। इन नंबरों के जरिए पुलिस पेपर लीक कांड के मास्टर माइंड तक पहुंचने की कोशिश करेगी।
बहुत जल्द तारीखों होगी घोषणा
इधर, बोर्ड परीक्षा के पेपर लीक होने और दोबारा परीक्षा कराए जाने की घोषणा से छात्रों के निशाने पर आईं सीबीएसई प्रमुख अनीता करवाल ने गुरुवार को कहा कि दो विषयों की परीक्षा दोबारा कराने का निर्णय छात्रों के हित में है और परीक्षाओं की तिथियों की घोषणा शीघ्र की जाएगी। उन्होंने कहा कि हमने पूरी निष्पक्षता के साथ यह निर्णय छात्रों के हित में लिया है। बहुत जल्द हम तारीखों (दोबारा परीक्षा लेने की) की घोषणा करेंगे। आगे भी कोई निर्णय छात्रों के हित में ही लिया जाएगा। छात्रों को किसी बात की चिंता करने की जरूरत नहीं है। हम उनके साथ हैं।
सीबीएसई प्रमुख और मंत्री जावडेकर के इस्तीफे की उठी मांग
इसके बाद कांग्रेस ने इस मामले में अनीता को पद से हटाने की मांग की है। इसके साथ ही विपक्षी पार्टियां केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावडेकर के इस्तीफे की मांग के साथ -साथ मामले की जांच उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से कराने की मांग कर रहीं हैं। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि मानव संसाधान विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और सीबीएसई चीफ अनीता करवाल को हटाए बिना मामले की निष्पक्ष जांच संभव नहीं है।
दोषी बच नहीं पाएंगेः मंत्री जावडेकर
सीबीएसई परीक्षा पेपर लीक मामले को केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है और कहा कि दोषी बच नहीं पाएंगे। उन्होंने कहा कि इससे निष्पक्षतापूर्वक परीक्षा करने लिए जाने जाने वाले सीबीएसई की साख पर दाग लगा है, इसलिए मामले की पूरी जांच की जाएगी। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानंमत्री नरेन्द्र मोदी ने भी मामले को बेहद गंभीरता से लिया है। वहीं, एक सूत्र ने बताया कि जावडेकर ने इस मामले में गुरुवार को दिन में अनीता सहित उच्च अधिकारियों से बातचीत की।
आंसर शीट पहले ही पहुंचा गई थी सीबीएसई ऑफिस
ताजा जानकारी के मुताबिक पेपर लीक करने वालों ने बोर्ड 10वीं गणित और 12वीं अर्थशास्त्र की हाथ से लिखी हुई आंसर शीट पहले ही सीबीएसई ऑफिस में पहुंचा दी थी। 12वीं अर्थशास्त्र की हाथ से लिखी हुई आंसर शीट सोमवार शाम को ही सीबीएसई के ऑफिस में पहुंचा दी गई थी। जबकि 10वीं की गणित की हाथ से लिखी हुई आंसर शीट कॉपी बीते मंगलवार को सीबीएसई के चेयरपर्सन को दे दी गई थी। इससे पहले सीबीएसई ने दिल्ली पुलिस को जानकारी दी थी कि उन्हें पेपर लीक की सूचना 23 मार्च को एक फैक्स के जरिए मिली थी। यह फैक्स दिल्ली के राजिंदर नगर से भेजा गया था।