नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन चल रहा है। ऐसे में छात्रों के बीच परीक्षा की डेट को लेकर काफी कंफ्यूजन था। इन विरोध प्रदर्शन को लेकर कई यूनिवर्सिटी के इंटरनल एग्जाम टाल दिए गए थे।
ऐसे में यह कयास लगाए जा रहे है थे कि सीबीएसई की परीक्षाएं भी री-शेड्यूल की जाएंगी। हालांकि सीबीएसई के कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशंस संयम भारद्वाज ने यह साफ़ कर दिया है कि परीक्षाओं को री-शेड्यूल नहीं किया गया है।
उन्हें अपने निर्धारित समय पर ही आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि परीक्षाएं अपने शेड्यूल के मुताबिक ही होंगी और घोषित तारीखों में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।
नवभारत टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक भारद्वाज ने बताया कि 1929 के बाद से सीबीएसई बोर्ड ने एग्जाम की डेट में कभी कोई बदलाव या इसे रीशेड्यूल नहीं किया है। इस साल भी परीक्षाओं का आयोजन अपने निर्धारित समय पर ही होगा। यह एक राष्ट्रीय महत्व की परीक्षा है और कई छात्रों का भविष्य इस पर निर्भर करता है। बोर्ड को परीक्षा को बेहतर ढंग से आयोजित करने के लिए राज्य सरकारों और स्कूलों की सभी संभव सहायता मिलती है।' पहले कई मौकों पर कर्फ्यू के दौरान भी छात्रों को ऐडमिट कार्ड दिखाने के बाद परीक्षा स्थल तक जाने की अनुमति दी गई है।
बता दें कि सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेंकडरी एजुकेशन ने साल 2020 में आयोजित होने वाली दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षा की डेट शीट जारी कर दी है। यह परीक्षाएं अगले साल फरवरी-मार्च में होंगी।
बोर्ड की डेट शीट के अनुसार 10वीं की परीक्षा 15 फरवरी से लेकर 20 मार्च तक चलेगी। डेट शीट में दी गई जानकारी के मुताबिक 12वीं की परीक्षा 15 फरवरी से शुरु होकर 30 मार्च तक चलेगी।
पिछले साल की तरह इस साल भी बोर्ड की परीक्षाएं एक महीने पहले यानी फरवरी में शुरू हो रही है।