मुंबई: बुल्ली बाई ऐप मामले में उत्तराखंड से पकड़ी गई 18 साल की युवती श्वेता सिंह के हवाले से मुंबई पुलिस को कई चौंकाने वाली जानकारी मिल रही है। पुलिस जांच से जुड़े सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि मामले की मुख्य आरोपी श्वेता सिंह को नेपाल स्थित कोई व्यक्ति निर्देश देता था।
इस मामले में श्वेता सहित कुल तीन लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। श्वेता से पहले मुंबई पुलिस ने बेंगलुरु से इंजीनियरिंग के एक छात्र विशाल कुमार को पकड़ा था। वहीं, बुधवार को भी एक उत्तराखंड से 21 साल के छात्र मयंक अग्रवाल को पुलिस ने पकड़ा।
नेपाल से श्वेता को मिलते थे निर्देश
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक सूत्रों ने बताया है कि नेपाल के शख्स की पहचान 'गियू' के तौर पर हुई है। आरोप है कि यह शख्स ऐप में क्या-क्या करना है, इसे लेकर श्वेता को निर्देश देता था। युवती को उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले से हिरासत में लिया गया था और फिर मुंबई पुलिस के अधिकारियों ने 5 जनवरी तक ट्रांजिट रिमांड की मांग की ।
श्वेता के नाम का खुलासा 21 साल के इंजीनियरिंग के छात्र विशाल कुमार ने किया था जिसे बेंगलुरु में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस के मुताबिक विशाल महिला के संपर्क में थे और दावा किया कि श्वेता उन लोगों के सीधे संपर्क में हैं जो बुल्ली बाई ऐप पर पोस्ट और अन्य गतिविधियों करते हैं।
बुल्ली बाई ऐप मामला: कौन है मुख्य आरोपी श्वेता सिंह
सामने आई जानकारी के अनुसार श्वेता की उम्र 18 साल की है। श्वेता ने अपने माता-पिता दोनों को खो दिया है। पिछले साल उसके पिता की मौत कोविड -19 से हुई थी। इससे पहले उसकी मां का देहांत कैंसर की वजह से हो गया था। श्वेता की एक बड़ी बहन है जो कॉमर्स में स्नातक है, जबकि उसकी छोटी बहन और भाई स्कूल में पढ़ते हैं।
श्वेता इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रही थी। श्वेता JattKhalsa07 नाम से एक फर्जी ट्विटर हैंडल का इस्तेमाल कर रही थी। इस हैंडल का इस्तेमाल नफरत भरे पोस्ट और आपत्तिजनक फोटो और कमेंट अपलोड करने के लिए किया जा रहा था।
बता दें कि बुल्ली बाई ऐप विवाद पिछले साल 'सुल्ली डील्स' नाम के मामले के करीब छह महीने बाद ही आया है। दोनों मामलों में मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाया गया था। फिलहाल मुंबई पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि बुल्ली बाई ऐप आरोपी महिला ने बनाई या किसी और ने मदद की थी।