पटनाः बिहार में पश्चिम चंपारण जिला मुख्यालय बेतिया के बलथर थाना के आर्यानगर गांव में डीजे के साथ गिरफ्तार युवक की पुलिस अभिरक्षा (कस्टडी) में हुई मौत के बाद गुस्साई भीड़ के द्वारा थाना और पुलिस गाड़ियों को आग के हवाले कर दिये जाने के बाद स्थिती तनावपूर्ण बनी हुई है.
इस दौरान के द्वारा पुलिस कर्मियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया. आक्रोशित भीड़ के द्वारा एक हवलदार को जिंदा जलाकर मारने की खबर है. इस उपद्रव में एक पुलिसकर्मी राम जतन सिंह की भी मौत हुई है. भीड़ ने उसके सिर को कुचल दिया है. इस हमले में 10 से अधिक पुलिस जवान जख्मी हैं. उधर, पूरा बलथर थाना क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है.
बलथर गांव के एक-एक घर में छानबीन की जा रही है. अभी तक एक दर्जन के आसपास लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. आक्रोशित भीड़ ने देर रात तक आगजनी की थी. इसमें फायर ब्रिगेड की एक गाड़ी समेत तीन पुलिस की जिप्सी और प्राइवेट वाहन को भी आग के हवाले कर दिया गया. इस संबंध में बेतिया के एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने बताया कि युवक की पुलिस अभिरक्षा में मौत नहीं हुई है.
यह अफवाह फैलायी जा रही है. उन्होंने कहा कि जब युवक थाना आया, तभी मधुमक्खियों का झुंड ने काट लिया. इसके बाद युवक को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है और रास्ते में ही मौत हो गई. उन्होंने बताया कि उग्र भीड़ ने तीन पुलिस की गाड़ी, एक अग्निशमन की गाड़ी, दो प्राइवेट गाड़ियों में आग लगा दी थी. अभी स्थिति नियंत्रण में है.
उन्होंने बताया कि मामले में घायल जमादार अनिरुद्ध की भी मौत हो गई है. इसबीच, स्थानीय लोगों का कहना है कि भीड़ इतनी आक्रोशित थी कि पुलिस कर्मियों को अपनी जान बचाने के लिए थाना छोड़कर खेतों में दौड़ लगा दी थी. चार घंटे बाद पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने भीड़ को हटाने के लिए लाठीचार्ज और हवाई फायरिंग की.
करीब छह घंटे बाद भीड़ काबू हो सकी. ग्रामीणों ने बताया कि होली के अवसर पर शनिवार की दोपहर आर्य नगर में कुछ युवक डीजे बजा रहे थे. इसी दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारी मीरा शर्मा डीजे को जब्त कर थाना भिजवा दी. लोगों का आरोप है कि युवक थाने पर पहुंचे तो पुलिस कर्मियों ने पिटाई की. पिटाई के कारण उसकी की मौत हो गई.
पुलिस की हिरासत में युवक की मौत की खबर मिलते ही ग्रामीण आक्रोशित हो गये. इसके बाद परिजनों के साथ हजारों की संख्या में ग्रामीणों ने बलथर थाना घेर लिया. देखते ही देखते भीड़ हिंसक हो गई और थाने की गाड़ी समेत थाने में आग लगा दी. आक्रोशित लोगों ने इस दौरान थाने सहित राहगीरों पर पत्थर भी चलना शुरू कर दिया.
उग्र भीड को देखते हुए थाने के सभी पुलिसकर्मी थाने को छोड़कर भाग खडे़ हुए. भीड़ इतनी बेकाबू होने लगी की आस-पास के करीब आधे दर्जन थाने की पुलिस को बुलाना पड़ गया. वहीं, बलथर थाने के पुलिस बैरक में पुरुषोत्तमपुर थाने के हवलदार रामजतन राय समेत अन्य जवान थे. तभी ग्रामीणों ने हमला कर दिया. संभावना व्यक्त की जा रही है किसी हमला में रामजतन राय की मौत हुई है.
वहीं घायल पुलिसकर्मी मोहम्मद अली मियां (बलथर), मोहम्मद सदीक मंसूरी, पंकज सिंह (कांगली थाना), विजेंद्र सिंह, शिवेंद्र कुमार पंडित(सिकटा), पवन कुमार (बलथर ), पप्पू कुमार पांडेय (मैनाटांड), त्रिभुवन सिंह (मैनाटांड) एवं पारस यादव (चालक सिकटा) का इलाज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मैनाटांड में चल रहा है. घायलों में सिक्का थाने के चालक समेत चार की हालत गंभीर है, जिन्हें बेहतर इलाज के लिए जीएमसीएच, बेतिया रेफर कर दिया गया है.