टीएमसी पार्षद खालिद खान के हत्या के 2 दिन बाद भी नहीं हुई कोई गिरफ्तारी, बाइक सवार बदमाशों ने सरेआम मारी थी गोली
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 26, 2019 11:48 IST2019-08-26T11:48:10+5:302019-08-26T11:48:10+5:30
पश्चिम बंगाल के आसनसोल में टीएमसी पार्षद खालिद खान की हत्या: टीएमसी पार्षद खालिद खान की हत्या का आरोप बीजेपी पर लग रहा है। लेकिन बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने आरोपों का खंडन किया है।

टीएमसी पार्षद खालिद खान के हत्या के 2 दिन बाद भी नहीं हुई कोई गिरफ्तारी, बाइक सवार बदमाशों ने सरेआम मारी थी गोली
पश्चिम बंगाल के आसनसोल जिले में टीएमसी पार्षद खालिद खान की गोली मारकर 24 अगस्त की रात हत्या कर दी गई थी। घटना के दो दिन बाद भी इस मामले में पुलिस ने फिलहाल किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। जिसको लेकर विरोध प्रदर्शन में पार्षद के समर्थक और टीएमसी कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए हैं। स्थिति को काबू में लाने के लिए पुलिस को रैपिड ऐक्शन फोर्स के जवानों को आसनसोल में तैनात करना पड़ा है। हालांकि पुलिस ने इस बात का भरोसा दिलाया है कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा।
24 अगस्त की रात बाइक सवार बदमाशों ने कुल्टी के मनबेड़िया इलाके से पार्षद खालिद खान की गोली मारकर कर दी थी। शनिवार रात को खाना खाने के बाद खालिद घर के बाहर टहलने के लिए निकले थे। इसी दौरान रात साढ़े ग्यारह बजे के करीब अज्ञात बाइकरों ने उन पर हमला बोल दिया। खान के भाई अरमान ने बताया कि वह इलाके के वह लोकप्रिय नेता थे और इसलिए उनके दुश्मन भी थे। पार्टी के अंदर ही उनके कई विरोधी थे जो चाहते थे कि वह चले जाएं।
Asansol: Protest held by TMC workers yesterday after Khalid Khan, a Trinamool Congress (TMC) councilor from Manbedia area of Kulti, was shot dead by bike-borne miscreants on the night of August 24. No arrests made yet. Police investigation underway. #WestBengalpic.twitter.com/aitrFhFgfI
— ANI (@ANI) August 25, 2019
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आसनसोल नगरपालिका के वार्ड नंबर 66 के पार्षद खालिद खान की हत्या की वजह पार्टी के अंदर ही उनके विरोधी हो सकते हैं। वहीं बंगाल के उपभोक्ता मंत्री साधन पांडे ने हत्या का आरोप बीजेपी पर लगाया है। इस मामले में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा है कि उनकी पार्टी का इस हत्या कांड से कोई लेना-देना नहीं है। पुलिस के मुताबिक कुछ साल पहले भी खालिद खान के हत्या की कोशिश की गई थी।