लोकसभा चुनाव के खत्म होने के बाद भी पश्चिम बंगाल में हिंसा खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामला राज्य के नॉर्थ-24 परगना जिले के भाटरपारा का है जहां बीती रात एक बेजेपी कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई। फिलहाल हत्यारों का पता नहीं चल सका है। बीजेपी के जिस कार्यकर्ता की हत्या हुई है, उसकी पहचान चंदन शॉ के तौर पर हुई है। बढ़ते तनाव को देखते हुए क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और अतिरिक्त मात्रा में सुरक्षाबलों को भी तैनात किया गया है।
इस बीच मामले की जांच जारी है। वहीं, राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी टीएमसी ने हमले के आरोप को खारिज किया है। दरअसल, चुनाव के दौरान बीजेपी और टीएमसी के कार्यकर्ता कई बार आमने-सामने आये थे और दोनों पार्टियों के बीच हिंसक झड़प भी देखने को मिली थी।
इससे पहले पिछले हफ्ते के आखिर में भी नदिया जिले में भाजपा के 23 वर्षीय एक कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना चकदाहा कस्बे में शुक्रवार रात करीब दस बजे हुई। पुलिस के अनुसार चकदाहा कस्बे के तपवन क्षेत्र के रहनेवाले 23 वर्षीय संतु घोष को काफी नजदीक से उस समय गोली मार दी गई जब वह एक फोन कॉल के बाद घर से बाहर निकले थे। अधिकारी ने बताया कि घोष को चकदाहा के अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि हत्या के बाद भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय राजमार्ग 34 को बाधित किया। उन्होंने शनिवार को इस हत्या के विरोध में जिले कई स्थानों पर रेल यातायात को भी बाधित किया था। भाजपा के नदिया समिति के महासचिव तारक सरकार ने बताया, 'तृणमूल कांग्रेस इस घटना के पीछे है।' तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने इस आरोप से इनकार कर दिया।