सड़क पर मौत बनकर दौड़ रहे कार और ट्रक?, इंदौर, पलवल और दिल्ली में गईं जान, देखिए सीसीटीवी फुटेज
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: September 16, 2025 15:48 IST2025-09-16T15:46:47+5:302025-09-16T15:48:32+5:30
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) श्रीकृष्ण लालचंदानी ने बताया कि घटना में मौके पर दम तोड़ने वाले दो लोगों की पहचान लक्ष्मीकांत सोनी (50) और कैलाशचंद्र जोशी (62) के रूप में हुई है।

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इंदौरः इंदौर में एक व्यस्त सड़क पर बेकाबू ट्रक से कुचले जाने के बाद एक और व्यक्ति ने मंगलवार को दम तोड़ दिया जिससे इस घटना में मरने वाले राहगीरों की तादाद बढ़कर तीन हो गई है। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अमित सिंह ने बताया कि सोमवार रात की घटना में बुरी तरह घायल महेश खतवासे (54) ने एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) श्रीकृष्ण लालचंदानी ने बताया कि घटना में मौके पर दम तोड़ने वाले दो लोगों की पहचान लक्ष्मीकांत सोनी (50) और कैलाशचंद्र जोशी (62) के रूप में हुई है।
डीसीपी ने बताया कि ट्रक के चालक गुलशेर (50) को गिरफ्तार किया गया है और जांच में पता चला कि मूलतः धार जिले का रहने वाला यह व्यक्ति घटना के वक्त नशे में धुत था। लालचंदानी ने बताया, "हम आरोपी से विस्तृत पूछताछ कर रहे हैं।" उन्होंने बताया कि हादसे में घायल 11 लोगों में से दो लोगों की हालत गंभीर है।
घटना को लेकर स्थानीय नागरिकों में गहरा आक्रोश है। उनका कहना है कि एयरोड्रम क्षेत्र की जिस व्यस्त रोड पर घटना हुई, उस पर भारी वाणिज्यिक वाहनों को आने की अनुमति नहीं है और ऐसे में चौराहों पर तैनात यातायात पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में ट्रक इस सड़क पर आखिर कैसे आ गया?
अधिकारियों ने बताया कि सूबे के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने घटना पर शोक जताते हुए इस बात की जांच के आदेश दिए हैं कि रात 11 बजे से पहले शहर में भारी वाहन कैसे प्रवेश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव इस सिलसिले में जांच करेंगे। भारी वाणिज्यिक वाहनों को आने की अनुमति नहीं है।
प्रदर्शनकारियों ने सवाल किया कि ऐसे में चौराहों पर तैनात यातायात पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में ट्रक इस सड़क पर आखिर कैसे आ गया। घटना के बाद शहर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव और प्रदेश के काबीना मंत्री कैलाश विजयवर्गीय अस्पतालों में पहुंचे और घायलों से मुलाकात करके उनका हाल-चाल जाना।
दिल्ली बीएमडब्ल्यू दुर्घटना: शराब के नशे में नहीं थी मुख्य आरोपी महिला
दक्षिण-पश्चिम दिल्ली में बीएमडब्ल्यू कार हादसे में मुख्य आरोपी गगनप्रीत के रक्त के नमूने की जांच रिपोर्ट में शराब की पुष्टि नहीं हुई है। यहां एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। रविवार की दोपहर हुए इस हादसे में आर्थिक मामलों के विभाग में उपसचिव नवजोत सिंह (52) की मौत हो गईं जबकि उनकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गईं।
हरि नगर निवासी दंपति मध्य दिल्ली स्थित बंगाल साहिब गुरुद्वारा से घर लौट रहे थे और उनकी मोटरसाइकिल को धौला कुआं क्षेत्र के पास एक बीएमडब्ल्यू कार ने टक्कर मार दी थी। पुलिस के अनुसार, दुर्घटना के समय गगनप्रीत कार चला रही थीं जबकि उनके पति, दो बच्चे और एक घरेलू सहायिका भी कार में सवार थे। गुरुग्राम में रहने वाला यह परिवार विनिर्माण व्यवसाय से जुड़ा है और दुर्घटना में परिवार को भी चोट लगने के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 281 (तेज गति से वाहन चलाना), 125बी (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालना), 105 (गैर इरादतन हत्या) और 238 (साक्ष्यों को मिटाने) के तहत मामला दर्ज किया गया। गगनप्रीत को सोमवार दोपहर अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया और मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने के बाद दो दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
हरियाणा : पलवल में तेज रफ्तार कार ने तीन नाबालिग भाइयों को कुचला, दो की मौत
हरियाणा के पलवल में सोमवार को एक तेज रफ्तार कार ने स्कूल से लौट रहे तीन भाइयों को कुचल दिया, जिसमें दो भाइयों की मौत हो गयी, जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने कार चालक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। लोगों का आरोप है कि वह नशे में था।
आरोपी कार चालक की पहचान हेड कांस्टेबल नरेंद्र कुमार के रूप में हुई है। आरोपी नूंह स्थित पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) कार्यालय में रीडर के पद पर तैनात है। पुलिस ने बताया कि इस सिलसिले में उटावड़ थाने में प्राथमिकी दर्ज कर आरोपी हेड कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया गया है।
बच्चों के पिता और उटावड़ गांव निवासी सहाबुद्दीन द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार स्कूल से लौट रहे उनके बेटे अयान (11), अहसान (9) और अर्जन (7) सड़क पार कर रहे थे। तभी नूंह से आ रही एक तेज रफ्तार कार ने उन्हें टक्कर मार दी। उन्होंने बताया कि अयान और अहसान की मौके पर ही मौत हो गई।
जबकि अर्जन गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे नूंह के नल्हड़ मेडिकल कॉलेज से पीजीआईएमएस रोहतक रेफर कर दिया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दुर्घटना के बाद आरोपी पुलिसकर्मी ने अपनी कार से भागने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीणों ने उसका पीछा किया और उसे दुर्घटनास्थल से लगभग 500 मीटर दूर रोक लिया गया।