जयपुर: राजस्थान के सीकर से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक 21 वर्षीय युवक ने अपने 12 वर्षीय चचेरे भाई की गला रेतकर हत्या कर दी है। उसने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वह अपने चाचा से परेशान था, जो अक्सर पढ़ाई में कमजोर होने के कारण उसे परेशान किया करते थे।
टाइम्स नाऊ की मानें तो इस मामले में सबसे अधिक चौंकाने वाली बात यह है कि 50 आदमी के बीच आरोपी ने इस घटना को अंजाम दिया। इस दौरान वहां खड़े लोग वीडियो बनाते रहे लेकिन किसी ने भी आरोपी को ऐसा करने से नहीं रोका। यह वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हो रही है।
बता दें कि यह घटना शुक्रवार को राजस्थान के सीकर जिले में दातारामगढ़ पुलिस स्टेशन के कराड गांव में हुई। आरोपी के चाचा कैलाश चंद्र रायगर पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन नहीं करने के लिए अक्सर उसे डांटते थे। इससे प्रभावित होकर, रायगर ने उसे सबक सिखाने के लिए चाचा के बेटे की हत्या करने का फैसला किया।
मिड-डे मील लाने के बहाने चचेरे भाई को साथ ले गया और कर दी हत्या-
गुरुवार दोपहर में आरोपी रायगर अपने चाचा के दो नाबालिग बेटों को अपने साथ मिड-डे मील लाने के बहाने अपने साथ स्कूल ले गया। रास्ते में, उसने अपने चाचा के बड़े बेटे उत्तम की कथित तौर पर पिटाई शुरू कर दी। इसके बाद उसने अपनी जेब से एक ब्लेड निकाला और उसका गला काट दिया।
वीडियो, वहां मौजूद एक शख्स ने बनाया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि बच्चे की गर्दन से काफी सारा खून बह रहा है। बाद में, वहां मौजूद कुछ लोगों ने मौके पर पहुंचकर आरोपी रायगर पर हमला कर उत्तम को बचाने का प्रयास किया। इसके बाद बच्चे को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
आरोपी लड़के ने हत्या करने के बाद ये कहा-
इसके बाद घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने भारतीय दंड संहिता के तहत हत्या के आरोप में आरोपी को हिरासत में ले लिया। एक अन्य वायरल वीडियो में, आरोपी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि मेरे चाचा मुझे तब से परेशान करते थे जब मैं पढ़ाई में कमजोर था।
उसने कुछ दिन पहले मुझे थप्पड़ भी मारा था। मैंने इसी वजह से बदला लेने के उद्धेश्य से चचेरी भाई की हत्या की है। इस मामले में ट्वीट कर पुलिस ने कहा कि आमजन को सतर्क होना ही होगा.. किसी आपराधिक घटना या दुर्घटना के समय पहला फर्ज इस तरह की घटना को घटीत होने से रोकने का प्रयास करना और पीड़ित को समुचित उपचार मुहैया करवाना होना चाहिए ना कि घटना का वीडियो बनाना।