पटनाः बिहार के वैशाली जिले में एक नाबालिग लड़की से सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या की वारदात सामने आई है. ये लड़की बीते शनिवार से लापता थी.
जिसे लेकर मृतिका के परिजनों ने 6 लोगों के खिलाफ अपहरण की प्रथमिकी दर्ज कराई थी. अब पांच दिन बाद मथना मिलिक नाम के गांव के जिस पोखर से यह लाश मिली है, उसके पास रहने वाले लोगों पर पीड़ित परिवार ने सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप लगाया है.
मथना मिलिक गांव में खौफ का आलम
इस सनसनीखेज मामला के प्रकाश में आने के बाद मथना मिलिक गांव में खौफ का आलम है. इस मामले का एक दिलचस्प पहलू यह है कि इसमें एक लड़की को भी आरोपित बनाया गया है. बताया जाता है कि पुलिस ने शव को निकलवाकर पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा. मां ने अपहरण के बाद सामूहिक दुष्कर्म तथा हत्या कर शव को तालाब में फेंके जाने की प्राथमिकी छह लोगों के विरुद्ध दर्ज कराई है. सभी आरोपित घर छोड़कर फरार हैं.
मृतिका के परिजनों ने बताया कि आरोपियों ने पहले भी इसे लेकर धमकी दी थी. इसी के तहत लड़की को अगवा किया गया और अपहरण किए जाने के बाद लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया है और गला दबाकर उसकी हत्या कर दी गई. इस वारदात के बाद सभी आरोपी फरार हैं.
लड़की का शव आरोपित के घर के निकट ही पोखर में देखा गया
कटहरा ओपी में दर्ज प्राथमिकी में लड़की की मां ने कहा है कि उसकी 17 वर्षीय बेटी गत 6 फरवरी को सुबह शौच के लिए निकली थी. उसके बाद से वह गायब हो गई. सुबह करीब 8 बजे लड़की का शव आरोपित के घर के निकट ही पोखर में देखा गया.
इस मामले में मुजफ्फरपुर के मनियारी थाने के पकाही गांव निवासी अवधेश राय के पुत्र राजीव कुमार के अलावा बैजू कुमार, डॉ. शशिभूषण कुमार, अरुण राय तथा बाघी गोपीनाथ गांव निवासी उमेश राय सहित छह के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है. प्राथमिकी में एक मवेशी डॉक्टर, पैक्स अध्यक्ष और एक युवती को भी घटना में सहयोग करने का आरोपित बनाया है.
मां ने नाबालिग लड़की का अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म के बाद साक्ष्य छुपाने के उद्देश्य से उसकी हत्या कर शव को पोखर में फेंकने का आरोप लगाया है. बताया जाता है कि लडकी के पिता कोलकाता में रहते हैं. पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की छानबीन की जा रही है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है.