उत्तर प्रदेश: भूत भगाने के लिए अपने ही भतीजे की कातिल बनी चाची, तांत्रिक के कहने पर 7 साल के मासूम का घोंटा गला
By अंजली चौहान | Updated: May 22, 2024 10:13 IST2024-05-22T10:09:35+5:302024-05-22T10:13:04+5:30
मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के कैलावाड़ा कलां गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है।

उत्तर प्रदेश: भूत भगाने के लिए अपने ही भतीजे की कातिल बनी चाची, तांत्रिक के कहने पर 7 साल के मासूम का घोंटा गला
मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फनगर में अंधविश्वास के कारण एक मासूम की जान चली गई। हैरानी बात ये है कि नाबालिग की जान उसकी अपनी चाची ने ली है। इस दिल दहला देने वाली घटना का खुलासा होते ही इलाके में सनसनी मच गई। बताया जा रहा है कि मुजफ्फरनगर जिले के कैलावाड़ा कलां गांव में एक महिला जो बुरी छाया से बचना चाहती थी, उसने अपने सात साल के भतीजे केशव कुमार की गला घोंटकर हत्या कर दी। महिला ने यह अपराध एक तांत्रिक के कहने पर किया जिसका दावा है कि वह महिला के सिर से भूत का साया हटा देगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, घटना इसी महीने के पिछले हफ्ते की है। जब केशव कुमार को शुक्रवार सुबह उनके आवास पर मृत पाया गया, जिसके बाद स्थानीय अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी। चौंकाने वाली बात यह है कि लड़के की मौत के लिए कथित तौर पर उसकी चाची अंकिता (20 वर्ष) और उसकी मां रीना देवी (50 वर्ष) जिम्मेदार थीं। दोनों ने कथित तौर पर राम गोपाल नाम के एक बाबा के मार्गदर्शन में इस कृत्य को अंजाम दिया, जो फिलहाल गिरफ्तारी से बच रहा है।
एसपी (शहर) सत्यनारायण प्रजापत के मुताबिक, पूछताछ के दौरान अंकिता और रीना ने इस वीभत्स घटना में शामिल होने की बात कबूल कर ली। उन्होंने खुलासा किया कि अंकिता लगभग 18 महीने पहले अपनी चचेरी बहन कोमल की आत्महत्या से हुई मौत के बाद से बीमारी से पीड़ित थी।
यह मानते हुए कि अंकिता पर कोमल का भूत है, रीना ने राम गोपाल से सलाह मांगी, जिन्होंने एक उपाय के रूप में एक बच्चे की बलि देने की सलाह दी।
अंकिता ने अपनी मां और बाबा की सलाह के प्रभाव में आकर केशव की गला दबाकर हत्या कर दी। पुलिस जांच में कृत्य में इस्तेमाल किए गए दुपट्टे के साथ-साथ सिन्दूर और अनुष्ठान में इस्तेमाल किए गए गुप्त प्रतीकों वाले कागज के एक टुकड़े सहित सबूत उजागर हुए। खतौली के एसएचओ उमेश कुमार ने पुष्टि की कि अंकिता और रीना के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
वहीं, आरोपी बाबा राम गोपाल को पकड़ने के प्रयास जारी हैं, जो फिलहाल फरार है। पुलिस ने मृतक बच्चे का शव कब्जे में लेकर उसका पोस्टमार्टम कराया है और शव परिवार को सौंप दिया।