उत्तर प्रदेश इलाहाबाद में कटरा इलाके में लॉ के दलित छात्र दिलीप सरोज की कुछ दबंगों ने पीट-पीटकर बेहरहमी से हत्या कर दी। यह मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। इस घटना के बाद भाजपा सरकार एक बार फिर से घेरे में आ रही है। यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव वे 26 वर्षीय दिलीप सरोज की हत्या पर दुख जताते हुए बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश यादव ने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा है, 'बेहद दु:खद ! 26 वर्षीय दिलीप सरोज का इलाहाबाद में सरेआम क़त्ल! लाचार क़ानून व्यवस्था, बद से बदतर होती स्थिति भाजपा राज में ' इलाहाबाद पुलिस के मुताबिक घटना की सीसीटीवी फूटेज सामने आने के बाद दिलीप पर हमला करने वाले कौन हैं, इसकी पहचान हो गई है। पुलिस ने इस मामले में होटल के वेटर को अरेस्ट भी कर लिया। वहीं अन्य आरोपियों की तलाश भी तेज हो गई है। वहीं इस मामले में यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने इलाहाबाद पुलिस से मामले की रिपोर्ट तलब की है। एसएसपी ने लापरवाही पर चौकी इंचार्ज कटरा दयाराम व सिपाही सरफराज अहमद को सस्पेंड कर दिया है। एसएसपी ने मामले की जांच एसपी सिटी सिद्धार्थ मीणा को सौंपी है और अब आरोपियों की लोकेशन ट्रेस की जा रही है।
क्या था पूरा माजरा
9 फरवरी की रात दिलीप सरोज कालका रेस्टोरेंट में खाना खाने गया था। खाना खाते वक्त दिलीप सरोज का पैर गलती से वहां बैठे कुछ लोगों से टकरा गया। इसके बाद उन बदमाशों ने दिलीप सरोज को पीटना शुरू कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक पीटते वक्त उन लोगों ने कुछ अपने अन्य साथियों को भी बुला लिया। बाइक और फॉर्च्यूनर से आए करीब आधा दर्जन लोगों ने दिलीप को बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। दबंगों ने दिलीप सरोज को हॉकी स्टिक, रॉड से पिटाई की। 9 फरवरी की रात को ही दिलीप को हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। जहां 10 फरवरी को वह इलाज के दौरान कौमा में चला गया था। जहां 11 फरवरी को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई है।