बलियाः पुलिस चौकी में पथराव, 42 के विरुद्ध नामजद व 60 अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज, जानिए मामला
By भाषा | Published: September 4, 2020 01:39 PM2020-09-04T13:39:28+5:302020-09-04T13:39:28+5:30
पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ ने शुक्रवार को बताया कि रसड़ा कस्बे में बृहस्पतिवार को अस्थायी पुलिस चौकी में तोड़फोड़ ,वाहनों को क्षतिग्रस्त करने व पथराव के मामले में पुलिस ने विभिन्न धाराओं में 42 व्यक्तियों के विरुद्ध नामजद व 60 अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है।
बलियाः जिले के रसड़ा कस्बे में बृहस्पतिवार को अस्थायी पुलिस चौकी में तोड़फोड़ ,वाहनों को क्षतिग्रस्त व पथराव करने के मामले में पुलिस ने 42 व्यक्तियों के विरुद्ध नामजद व 60 अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। इस मामले में पुलिस ने 15 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ ने शुक्रवार को बताया कि रसड़ा कस्बे में बृहस्पतिवार को अस्थायी पुलिस चौकी में तोड़फोड़ ,वाहनों को क्षतिग्रस्त करने व पथराव के मामले में पुलिस ने विभिन्न धाराओं में 42 व्यक्तियों के विरुद्ध नामजद व 60 अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 15 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस उप महानिरीक्षक सुभाष चंद्र दुबे ने पन्ना लाल राजभर (35) नामक युवक की पुलिस द्वारा की गयी पिटाई की कहानी को फर्जी करार दिया है।
उन्होंने पत्रकारों को जानकारी दी कि कल चक्का जाम के दौरान जब पथराव शुरू हुआ तो मरणासन्न व बेहोश बताया जा रहा पन्ना लाल ही सबसे पहले उठकर भाग गया था। पुलिस ने पन्ना लाल को उसके एक पड़ोसी के घर से बृहस्पतिवार को ही बरामद कर लिया था।
Ballia: Locals block a road & pelt stones at police over alleged custodial torture of a man in Rasda area. SP Devendra Nath says, "Accused SHO & head constable have been suspended. Additional SP & some policemen are injured. FIR will be registered against ppl who pelted stones." pic.twitter.com/PP1DP9JHss
— ANI UP (@ANINewsUP) September 3, 2020
पुलिस ने पन्ना लाल की दो बार मेडिकल जांच करायी, जिसमें उसके शरीर पर खरोंच तक के निशान नहीं मिले हैं। डीआईजी दुबे ने बताया कि ग्राम पंचायत के चुनाव में राजनैतिक लाभ उठाने के लिये पन्ना लाल की पीठ पर प्याज व हल्दी का लेप लगाकर उसे मरणासन्न व बेहोश करार दे दिया गया तथा सुनियोजित तरीके से पूरे घटनाक्रम को अंजाम दिया गया।
उन्होंने बताया कि इस मामले में दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई होगी। फिलहाल पुलिस चौकी प्रभारी धर्मेंद्र सिंह व मुख्य आरक्षी राजबली को निलंबित कर दिया गया है । उन्होंने बताया कि शरारती तत्वों के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट के अंतर्गत कठोरतम विधिक कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि बृहस्पतिवार को रसड़ा कस्बे में पुलिस पर पन्ना लाल राजभर नामक युवक की बर्बर पिटाई का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने लखनऊ - बलिया राजमार्ग पर चक्का जाम किया। इस दौरान उग्र ग्रामीणों ने पथराव कर एक अस्थायी पुलिस चौकी में तोड़फोड़ के साथ ही छह वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया था । इस घटना में अपर पुलिस अधीक्षक संजय यादव समेत कुल 12 लोग घायल हो गए थे।