यूपी में खाकी पर लगा दाग!, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का आरोप, बदायूं पुलिस स्टेशन के अंदर किया गया गैंगरेप
By अनुराग आनंद | Updated: March 10, 2021 14:41 IST2021-03-10T14:36:36+5:302021-03-10T14:41:22+5:30
आंगनवाड़ी में काम करने वाली महिला ने आरोप लगाया कि उसकी शिकायत पर जांच के लिए उसे पुलिस स्टेशन बुलाया गया, जहां पुलिस चौकी प्रभारी सहित चार लोगों ने उसके साथ गैंगरेप किया।

सांकेतिक तस्वीर (फाइल फोटो)
बदायूं:उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने आरोप लगाया है कि पुलिस चौकी के अंदर एक पुलिस अधिकारी सहित चार लोगों द्वारा उसके साथ गैंगरेप किया गया। कथित घटना जिले के सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन के शेखूपुर पुलिस चौकी में हुई है।
महिला द्वारा खाकी पर गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद इस मामले में एसएसपी ने बयान देते हुए पुलिस का बचाव किया है। लेकिन, टाइम्स नाऊ के मुताबिक, खबर लिखने तक इस मामले में केस दर्ज नहीं की गई है। जानें पूरा मामला क्या है और पुलिस अधिकारी का पक्ष क्या है!
महिला ने अपनी शिकायत में कहा कि पुलिस चौकी प्रभारी सहित चार लोगों ने उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। इसकी शिकायत 5 मार्च को एसएसपी को दी गई थी। पीड़िता की शिकायत के अनुसार, वह अपने कार्यस्थल पर बच्चों के लिए भोजन व पोषण गतिविधियों वितरण करने में लगी हुई थी। तभी गांव की दो महिलाओं ने उससे सरकारी फाइलें और खाना छीन लिया। महिला का आरोप है कि इसके बाद उसने महिला हेल्पलाइन 1090 पर फोन किया और पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।
महिला ने थाना प्रभारी समेत 4 पर गैंगरेप करने का आरोप लगाया-
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 4 मार्च को पुलिस पोस्ट के एक पुलिसकर्मी ने महिला को मामले की जांच के लिए थाना बुलाया। जब महिला वहां पहुंची, तो अन्य आरोपी पहले से वहां मौजूद थे। इसके बाद सबों के बीच बहस शुरू हो गई। महिला ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि इसके बाद चार लोगों ने वहां उसके साथ रेप किया।
उसी दिन 4 मार्च को, विरोधी पक्ष की एक महिला ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के पति के खिलाफ छेड़छाड़ की शिकायत दर्ज कराई। इस शिकायत के आधार पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पति के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
एसएसपी संकल्प शर्मा ने इस मामले में दिया ये बयान-
इस मामले में पुलिस का कहना है कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने अपने पति को छेड़छाड़ के मामले में बचाने के लिए सामूहिक बलात्कार की कहानी गढ़ी थी। जांच के बाद मामला सामने आया। इस मामले में एसएसपी संकल्प शर्मा ने भी कहा कि जांच के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की शिकायत झूठी पाई गई। वह अपने पति को छेड़छाड़ के मामले में बचाना चाहती थी और इस तरह झूठे आरोप लगा रही थी।