देहरादून: उत्तराखंड के हरिद्वार में कोरोना वायरस की जांच से कथिततौर पर बचने का प्रयास कर रहे तबलीगी जमात के दो सदस्यों के खिलाफ पुलिस ने मंगलवार को हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है। डीजीपी (कानून व्यवस्था) अशोक कुमार ने कहा कि तबलीगी जमात के दो सदस्य हाल ही में राजस्थान के अलवर से लौटे थे। वे जांच से बचने के लिए जानबूझकर छिपे हुए थे।
अधिकारी ने कहा, ‘‘उनके दोस्त में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई है। प्रशासन द्वारा बार-बार अपील करने और चेतावनी देने के बावजूद जांच कराने से बचने के लिए वे छिप रहे थे। इस कारण उन्होंने अपना और दूसरों का जीवन भी खतरे में डाल दिया।” डीजीपी ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक निगरानी की मदद से उनका पता लगाकर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
केंद्र और राज्य सरकार द्वारा इन लोगों की पहचान के लिये शुरू किये गए “व्यापक अभियान” के बाद अब तक 25,500 तबलीगी सदस्यों और उनके संपर्कों को पृथकवास में भेज दिया गया है। इस धार्मिक कार्यक्रम में 1,000 विदेशियों समेत कम से कम 9000 लोग शामिल हुए थे और इसके बाद ये लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में भी गए। राज्यों से मिली खबरों के मुताबिक इन प्रतिभागियों में से बहुत से अब भी जांच के लिये सामने नहीं आए हैं।