राजस्थान में बीते सात दिनों में पुलिस विभाग में तीसरी आत्महत्या, दौसा में हेड कांस्टेबल ने लगाई फांसी
By धीरेंद्र जैन | Published: May 30, 2020 09:18 PM2020-05-30T21:18:35+5:302020-05-30T21:18:35+5:30
दौसा जिले में राजस्थान पुलिस के एक हेड कांस्टेबल ने कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सिंह चौहान ने शनिवार को बताया, “हेड कॉन्स्टेबल गिरिराज ने अपने क्वार्टर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।”
जयपुर: राजस्थान पुलिस में पिछले सात दिनों में आत्महत्या का तीसरा मामला सामने आ चुका है। यहां दौसा जिले के सैंथल थाने में तैनात हेड कांस्टेबल गिरिराज सिंह (46) ने अपने क्वार्टर पर फसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस दौरान वह घर पर अकेला था। कारणों का अभी खुलासा नहीं हो पाया है।
एएसपी अनिल चैहान ने कहा कि आत्महत्या के कारणों का पता लगाया जा रहा है। उधर, राज्यसभा सांसद डाॅ. किरोड़ीलाल मीणा ने उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। मृतक मूलतः अलवर का निवासी था। उल्लेखनीय है कि 23 मई को राजगढ़ थाना प्रभारी विष्णुदत्त विश्नोई ने फांसी लगाकर जान दी थी। जिसमें राजनैतिक दबाव की बात सामने आई थी। वहीं 26 मई को श्रीगंगानगर में गार्ड कमांडर जसविंदर सिंह ने ड्यूटी के दौरान सर्विस रिवाॅल्वर से खुद को गोली मार ली थी। दोनों ही मामलों में भी हत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया था।
उधर, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी)ने बुधवार को थानाधिकारी विष्णु दत्त विश्नोई आत्महत्या मामले की जांच सीबीआई से कराने के लिये मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम का एक ज्ञापन राज्य में सभी जिलों के जिला प्रशासन अधिकारियों को सौंपे। चूरू के राजगढ में तैनात थानाधिकारी विष्णु दत्त विश्नोई ने अपने क्वार्टर में शनिवार को पंखें से लटकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी।
आरएलपी के संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि मामलें की सीबीआई जांच की मांग पर सरकार पर दबाव बनाने के लिये पार्टी कार्यकर्ताओं ने सभी जिलों में ज्ञापन दिया है। उन्होंने कहा कि थाना प्रभारी राजनीतिक दबाव में था और राज्य सरकार को मामलें को जांच के लिये सीबीआई को भेजना चाहिए।