सोनीपतःहरियाणा के सोनीपत में एक एकेडमी में अज्ञात हमलावरों ने निशा दहिया नामक पहलवान और उनके भाई की गोली मारकर हत्या कर दी है। जिस महिला पहलवान की हत्या की गयी, उनकी पहचान को लेकर भ्रम पैदा हो गया और कई खबरों में उन्हें अंडर-23 वर्ग की विश्व चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता पहलवान बता दिया गया।
विश्व चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता पहलवान का नाम भी निशा दहिया ही है। पुलिस ने बताया कि जिन भाई-बहन की हत्या की गई है उनकी मां भी इस हमले में घायल हुई हैं और उन्हें रोहतक में पीजीआईएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दहिया के भाई का शव एकेडमी से कुछ दूरी पर नहर के पास से मिला।
सोनीपत के सहायक पुलिस अधीक्षक मयंक गुप्ता ने दहिया और उनके भाई सूरज की मौत की पुष्टि की है। यह घटना सोनीपत के हलालपुर में सुशील कुमार रेसलिंग एकेडमी में हुई। हालांकि कई खबरों में दहिया को विश्व पदक विजेता बताया गया जिन्हें कुछ दिनों पहले बेलग्रेड में उनके प्रदर्शन के लिए बुधवार सुबह ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी थी।
भारतीय कुश्ती महासंघ ने एक वीडियो साझा कर स्थिति स्पष्ट की। इसमें जिसमें तेजी से उभरती पहलवान निशा दहिया को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि वह राष्ट्रीय चैम्पियनशिप के लिए अभी गोंडा में हैं और ठीक हैं। उनके साथ 2016 ओलंपिक की कांस्य पद विजेता साक्षी मलिक बैठीं दिखाई दे रही हैं।
भारतीय महिला टीम के साथ बेलग्रेड गए कोच रणधीर मलिक ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘जिस लड़की की मौत हुई है वह सोनीपत के हलालपुर गांव की नयी पहलवान थीं। उसका नाम भी निशा दहिया है लेकिन वह अंडर-23 विश्व चैम्पियनशिप में भाग लेने वाली निशा नहीं है।
चैम्पियनशिप में जाने वाली निशा सुरक्षित हैं। यह फर्जी खबर हैं कि उनकी मौत हो गयी है।’’ सोनीपत में पुलिस को संदेह है कि एकेडमी का एक कोच पवन इस जघन्य घटना के पीछे हो सकता है। पवन की पत्नी भी एकेडमी में ही कोच थी।
पुलिस के अनुसार, कोच पवन अपनी पत्नी और बच्चों के साथ फरार है और उसकी तलाश की जा रही है। वारदात के पीछे फिलहाल रुपयों का लेनदेन बताया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि पांच से छह गोलियां चलाई गयी और मामले की जांच की जा रही है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।