सोशल साइट पर लड़कियों के वीडियो और तस्वीरें भेज कर ग्राहकों को फंसाया, पुलिस ने किया रैकेट का भंडाफोड़, पति और पत्नी शामिल
By एस पी सिन्हा | Published: September 1, 2021 06:30 PM2021-09-01T18:30:34+5:302021-09-01T18:32:20+5:30
धंधेबाज महिला किरण अपने पति दिलीप के साथ मिलकर गरीब और मजबूर लड़कियों को फंसाती थी और रुपये का लालच देकर उनकी पोर्न तस्वीरें और वीडियो बना लेती थी.
पटनाः बिहार में सेक्स रैकेट के एक बडे़ धंधे का खुलासा हुआ है. सेक्स रैकेट में गिरफ्तार पटना के मॉल में काम करने वाली लड़की और शराब माफिया दीपक से पूछताछ में पुलिस को कई अहम जानकारी हाथ लगी है.
इस धंधे में पति और पत्नी भी शामिल हैं, जिनकी तलाश जारी है. यही दोनों सेक्स रैकेट का संचालन काफी लंबे समय थे. कमरे से आपत्तिजनक सामान और दवाइयां भी बरामद की गई हैं. पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है. इस धंधे का केन्द्र बिन्दु मुजफ्फरपुर में था, जहां सोशल साइट पर लड़कियों के पोर्न वीडियो और तस्वीरें भेज कर ग्राहकों को फंसाया जाता था.
यह कुकृत्य करने वाली कोई और नहीं बल्कि एक महिला ही है. धंधेबाज महिला किरण अपने पति दिलीप के साथ मिलकर गरीब और मजबूर लड़कियों को फंसाती थी और रुपये का लालच देकर उनकी पोर्न तस्वीरें और वीडियो बना लेती थी. फिर वही वीडियो ग्राहकों को भेज कर रेट तय किया जाता था. इसके बाद उन्हें मुजफ्फरपुर स्थित सर सैयद कॉलोनी में बुलाकर जिस्मफरोशी का धंधा चलाया जा रहा था.
गिरफ्तार दीपक और पटना की युवती से पूछताछ में यह अहम खुलासा हुआ है कि पोर्न वीडियो बना कर भी उसे ऊंची कीमत पर बेचा जाता था. अहियापुर थानाध्यक्ष सुनील कुमार रजक ने बताया कि पुलिस अपने बयान पर प्राथमिकी दर्ज करके इस मामले में करवाई कर रही है. उन्होंने बताया है कि सर सैयद कॉलोनी से पकड़ी गई युवती पटना में एक मॉल में काम करती थी.
उसकी एक दोस्त ने पूर्वी चंपारण के चकिया निवासी दिलीप से उसका परिचय कराया था. युवती से पूछताछ के मुताबिक दिलीप और किरण नई लड़कियों की खूब खातिरदारी करते हैं और रुपए का लालच देकर उनसे गलत काम करवाते हैं. बहला-फुसलाकर इसका वीडियो भी बना लिया जाता है और उस वीडियो को बेच कर भी रुपए कमाए जाते हैं.
थानाध्यक्ष ने बताया कि छानबीन में पता चला है कि दिलीप और किरण के संपर्क में बहुत सारी लड़कियां हैं, जिनको ग्राहक फिक्स हो जाने के बाद बुलाया जाता है. लडकियों को इसके एवज में पांच सौ से एक हजार रुपये दिया जाता है. पुलिस अभी जांच कर और भी राज पता लगाने में जुटी हुई है.