दलित युवक की हत्या के आरोप में छह यूपी पुलिसकर्मियों पर मामला दर्ज, जानें क्या है पूरा मामला
By भाषा | Published: December 26, 2018 06:48 PM2018-12-26T18:48:50+5:302018-12-26T18:48:50+5:30
उत्तर प्रदेश अमरोहा के धनौरा क्षेत्र में पुलिस हिरासत में एक दलित युवक की हत्या के आरोप में प्रभारी निरीक्षक, एक दारोगा तथा हेड मोहर्रिर समेत छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
अमरोहा के धनौरा क्षेत्र में पुलिस हिरासत में एक दलित युवक की हत्या के आरोप में प्रभारी निरीक्षक, एक दारोगा तथा हेड मोहर्रिर समेत छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। इस संबंध में 11 पुलिसकर्मियों को पहले ही निलंबित किया जा चुका है।
अपर पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि मृतक दलित युवक के परिजन जयप्रकाश की तहरीर पर मंडी धनौरा के प्रभारी निरीक्षक अरविंद मोहन शर्मा, दारोगा मनोज उपाध्याय, हेडमोहर्रिर रविंद्र राणा तथा सिपाही विनीत चौधरी, जितेंद्र, विवेक समेत छह पुलिसकर्मियों के विरुद्ध बालकिशन (30) की हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।
इसके अलावा एससीएसटी एक्ट भी लगाया गया है। मृतक की पत्नी कुंती ने लखनऊ में पुलिस द्वारा विवेक तिवारी की हत्या की तर्ज पर मुआवजा राशि, सरकारी नौकरी की मांग की है। लंबित मांगों को लेकर राज्य राजमार्ग पर काफी संख्या में लोगों ने जाम लगाया।
अमरोहा के मंडी धनौरा क्षेत्र के बसी शेरपुर निवासी बालकिशन को गत रविवार को चोरी के वाहन खरीदने के आरोप में पूछताछ के लिए थाने लाकर हवालात में बंद कर दिया गया था। मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात युवक की तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने युवक को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मृतक के परिजनों को बुधवार को नौ बजे मामले की सूचना।
मृतक की पत्नी कुंती का आरोप है कि पुलिस द्वारा की गयी पिटायी के दौरान उसकी मृत्यु हुई। पुलिस उसे छोड़ने के लिये रुपयों की मांग कर रही थी।
सूत्रों ने बताया कि पुलिस हिरासत में युवक की मृत्यु की सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने हाईवे पर सुबह दस बजे से जाम लगा है। वाहनों की लंबी लंबी कतार लग गई हैं। मौके पर कई थानों की पुलिस तथा पीएसी तैनात की गयी है। भीड़ ने उपजिलाधिकारी के वाहन में तोडफ़ोड़ कर दी।
उपजिलाधिकारी(एसडीएम) संजय बंसल तथा पुलिस क्षेत्राधिकारी मोनिका यादव द्वारा आक्रोशित भीड़ को बताया गया कि दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने ग्रामीणों से जाम खोलने की अपील की है।