बम धमाकों और बुद्धिजीवियों की हत्या की साजिश के आरोपियों से संबंध से सनातन संस्था ने किया इनकार
By भाषा | Updated: August 27, 2018 20:26 IST2018-08-27T20:26:47+5:302018-08-27T20:26:47+5:30
महाराष्ट्र पुलिस ने हाल ही में छह लोगों को गिरफ्तार किया है जिन पर बम धमाकों की साजिश और गौरी लंकेश, एमएम कलबुर्गी, नरेंद्र दाभोलकर और गोविंद पानसरे की हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप है।

Gauri lankesh and MM Kalburgi
मुंबई, 27 अगस्त (भाषा) दक्षिणपंथी संगठन सनातन संस्था ने आज दावा किया कि महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में विस्फोटकों एवं हथियारों की जब्ती के सिलसिले में गिरफ्तार और तर्कवादियों की हत्या में कथित तौर पर शामिल रहे लोग उसके सदस्य नहीं हैं।
सनातन संस्था के प्रवक्ता चेतन राजहंस ने पत्रकारों को बताया कि ‘‘प्रगतिशील मानसिकता’’ वाले कुछ लोग और कांग्रेस एवं वाम मोर्चा जैसी राजनीतिक पार्टियां गलत काम का कोई साक्ष्य दिए बगैर ही संस्था को कठघरे में खड़ा कर रही है।
हाल में महाराष्ट्र में कई लोगों की गिरफ्तारी के बाद सनातन संस्था पर पाबंदी लगाने की मांग एक बार फिर जोर पकड़ने लगी है। माना जा रहा है कि गिरफ्तार किए गए लोगों के तार संस्था से जुड़े हैं।
महाराष्ट्र के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने अगस्त 9-11 के बीच पालघर जिले के नालासोपारा और पुणे में छापेमारी की और विस्फोटकों एवं आग्नेयास्त्रों का कथित जखीरा रखने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया।
10 अगस्त और 24 अगस्त के बीच वैभव राउत, शरद कलसकर, सुधनवा गोंढलेकर, शिवसेना के पूर्व पार्षद श्रीकांत पणगरकर और अविनाश पवार को गिरफ्तार किया गया और वे एटीएस की हिरासत में हैं।
तर्कवादी नरेंद्र दाभोलकर की अगस्त 2013 में हुई हत्या की जांच कर रही सीबीआई ने हाल में औरंगाबाद के रहने वाले सचिन अंदुरे को गिरफ्तार किया और एक अदालत को बताया है कि वह कलसकर के साथ प्रमुख शूटर था।
सीबीआई ने पुणे की एक अदालत को कल यह भी बताया कि पिछले साल सितंबर में बेंगलूर में हुई पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या और दाभोलकर की हत्या के बीच के तार जुड़े हुए हैं।
गौरी लंकेश की हत्या की जांच कर रही कर्नाटक पुलिस की एसआईटी ने पिछले हफ्ते मुंबई में महाराष्ट्र एटीएस के अधिकारियों से मुलाकात की थी ताकि दोनों एजेंसियां अपनी-अपनी जांच से जुड़ी सूचनाओं का आदान-प्रदान कर सकें।
राजहंस ने कहा, ‘‘हमारी संस्था को बिना वजह ही निशाना बनाया जा रहा है। हमारे खिलाफ आरोप बेबुनियाद और तर्कहीन है। गिरफ्तार किए गए नौ आरोपियों में से एक भी हमारी संस्था से नहीं जुड़ा है। हमने तो इससे पहले कलसकर, अंदुरे, सुराले बंधुओं और रागे के नाम भी नहीं सुने थे।’’
शुभम सुराले और उसके रिश्तेदार तथा रोहित रेगे पर सीबीआई ने 7.65 एमएम की एक पिस्तौल छुपाने का आरोप लगाया है जो कथित तौर पर अंदुरे की थी।
कर्नाटक एसआईटी जांच कर रही है कि क्या यह हथियार गौरी लंकेश के बेंगलूर स्थित घर के बाहर बरामद की गई गोलियों के खोखे (बुलेट केसिंग्स) से मिलता-जुलता है।
राजहंस ने दावा किया कि गौरक्षा संगठन का पदाधिकारी वैभव राउत सहित चार सहित उसके संगठन के लिए ‘‘तुलनात्मक रूप से अज्ञात’’ है।
उसने सवाल किया, ‘‘लेकिन वे अलग हिंदू संगठनों से संबंध रखते हैं। देश भर में 320 से ज्यादा हिंदू संगठन हैं। तो कोई कैसे कह सकता है कि वे सभी सनातन संस्था से ताल्लुक रखते हैं।’’
प्रवक्ता ने कहा कि आरोपियों ने अपनी मर्जी से संस्था के कुछ कार्यक्रमों में शिरकत की।
उसने ‘‘अप्रामाणिक सूत्रों’’ पर आधारित खबरें चलाने के लिए मीडिया पर भी निशाना साधा और कहा कि सनातन संस्था इस मुद्दे पर अदालत का रुख करने पर विचार कर रही है।