पटनाः बिहार के समस्तीपुर जिले में अपने प्रेमी के साथ घर से फरार हुई एक युवती की उजियारपुर थाने की बैरक में आत्महत्या कर लिये जाने का मामला प्रकाश में आया है. जिस युवती ने आत्महत्या किया है वह असम की रहने वाली थी और अपने प्रेमी के साथ वह घर से फरार हुई थी. प्रेमी राजस्थान का रहने वाला है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों ट्रेन पर सवार होकर जा रहे थे. इसी बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ और फिर प्रेमिका चलती ट्रेन से कूद गई. इसके बाद प्रेमी भी चेन पुलिंग कर ट्रेन से उतर गया. लोगों ने इन दोनों का इलाज कराया और उसके बाद स्थानीय थाने के हवाले कर दिया. इसके बाद पुलिस ने युवक और युवती को अपने पास रखा.
युवती को पुलिस बैरक में एक कमरे के अंदर रखा गया था. गुरुवार की देर शाम युवती ने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया और पंखे से लटककर जान दे दी. इस घटना के बाद पुलिसकर्मियों ने किसी तरह शव को बाहर निकाला. सूत्रों की मानें तो युवती को थाने के एक कमरे में गले में फंदा डाले झूलते देख पुलिसकर्मी अस्पताल ले गये, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया.
इस संबंध में उजियारपुर पीएचसी प्रभारी डॉ आरके सिंह ने बताया कि थानाध्यक्ष युवती को लेकर आये थे, लेकिन उसकी पहले ही मौत हो चुकी थी. इस संबंध में थानेदार ने बताया कि अस्पताल में शव रखा हुआ है. परिजनों के आने का इंतजार किया जा रहा है. घटना के बाद पुलिस के ऊपर भी सवाल उठ रहे हैं.
वहीं, घटना की जानकारी मिलने के बाद दलसिंहसराय के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दिनेश कुमार पांडे मौके पर पहुंचे और उन्होंने शुरुआती तहकीकात की है. पुलिस के वरीय अधिकारी हर एंगल की जांच कर रहे हैं, आखिर युवती को पुलिस बैरक में क्यों रखा गया? इसकी सूचना किसे दी गई?
इन तमाम मसलों पर अभी पुलिस जांच कर रही है. उजियारपुर थाने में घटना के वक्त कौन से पुलिस पदाधिकारी और दूसरे कर्मी मौजूद थे? इसको लेकर चर्चा हो रही है. अगर किसी ने थाना परिसर में आत्महत्या किया तो उस समय ड्यूटी पर मौजूद पुलिस के लोग क्या कर रहे थे?