RTI में खुलासा, रेलवे परिसर और ट्रेनों में 2017 से 2019 के बीच हुए 160 बलात्कार

By भाषा | Updated: March 1, 2020 19:00 IST2020-03-01T19:00:15+5:302020-03-01T19:00:15+5:30

2018 में बलात्कार के 70 मामलों में से 59 मामले रेलवे परिसर में जबकि 11 ट्रेनों में हुए। 2017 में बलात्कार के 51 मामलों में से 41 रेलवे परिसर में जबकि 10 चलती ट्रेनों में सामने आये। महिलाओं के खिलाफ बलात्कार के अलावा अपराध के 1672 मामले हुए हैं जिसमें से 802 रेलवे परिसर में जबकि 870 ट्रेनों में हुए।

RTI revealed, 160 rapes between 2017 and 2019 in railway premises and trains | RTI में खुलासा, रेलवे परिसर और ट्रेनों में 2017 से 2019 के बीच हुए 160 बलात्कार

बलात्कार के मामलों की संख्या 2017 में 51 से कम होकर 2019 में 44 हो गई

Highlightsरेलवे परिसर और चलती ट्रेनों में 160 से अधिक बलात्कार के मामले सामने आये। बलात्कार के मामलों की संख्या 2017 में 51 से कम होकर 2019 में 44 हो गई

2017 और 2019 के बीच रेलवे परिसर और चलती ट्रेनों में 160 से अधिक बलात्कार के मामले सामने आये। यह जानकारी आरटीआई के एक जवाब में सामने आयी है। बलात्कार के मामलों की संख्या 2017 में 51 से कम होकर 2019 में 44 हो गई लेकिन 2018 में ऐसे मामलों में वृद्धि हुई थी जब ये बढ़कर 70 हो गए थे।

नीमच के सामाजिक कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौर के सवाल पर आये जवाब के अनुसार 2017..2019 के दौरान रेलवे परिसर में बलात्कार के 136 मामले और चलती ट्रेनों में 29 मामले हुए जो कुल मिलाकर 165 होते हैं। पिछले वर्ष बलात्कार के सामने आये 44 मामलों में से 36 रेलवे परिसर में जबकि आठ ट्रेनों में हुए।

2018 में बलात्कार के 70 मामलों में से 59 मामले रेलवे परिसर में जबकि 11 ट्रेनों में हुए। 2017 में बलात्कार के 51 मामलों में से 41 रेलवे परिसर में जबकि 10 चलती ट्रेनों में सामने आये। महिलाओं के खिलाफ बलात्कार के अलावा अपराध के 1672 मामले हुए हैं जिसमें से 802 रेलवे परिसर में जबकि 870 ट्रेनों में हुए।

इन तीन वर्षों के दौरान रेलवे परिसर और ट्रेनों में अपहरण के 771 मामले, लूटपाट के 4718 मामले, हत्या के प्रयास के 213 मामले और 542 हत्या के मामले हुए हैं। रेलवे में पुलिसिंग राज्य का विषय है। अपराध की रोकथाम, मामले दर्ज करना, उनकी जांच एवं रेलवे परिसरों और चलती ट्रेनों में कानून एवं व्यवस्था बनाये रखना राज्य सरकारों की जिम्मेदारी होती है जिसका निर्वहन वे राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) या जिला पुलिस के जरिये करती हैं।

रेलवे ने महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाये हैं। रेलवे में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में मंत्रालय ने पिछले महीने राज्यसभा को सूचित किया था कि जोखिम वाले और पहचान किये गए मार्गों या खंडों में औसतन 2200 ट्रेनों में रेलवे सुरक्षा बल सुरक्षा प्रदान करता है जबकि 2200 ट्रेनों में प्रतिदिन विभिन्न राज्यों में जीआरपी द्वारा सुरक्षा प्रदान की जाती है।

यात्रियों की सुरक्षा संबंधी सहायता के लिए भारतीय रेलवे ने सुरक्षा हेल्पलाइन नम्बर 182 शुरू किया है जो 24 घंटे, सातों दिन काम करता है।

Web Title: RTI revealed, 160 rapes between 2017 and 2019 in railway premises and trains

क्राइम अलर्ट से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे