रांची: सिस्टर और नन ने कबूली बच्चों की तस्करी की बात, 50 हजार से एक लाख रुपये में बेचे थे नवजात
By पल्लवी कुमारी | Updated: July 14, 2018 17:07 IST2018-07-14T17:07:34+5:302018-07-14T17:07:34+5:30
रांची पुलिस के मुताबिक सिस्टर कोनसिलिया ने कहा है कि उसने 50-50 हजार रुपयों में दो बच्चों को बेचा है जबकि एक बच्चे को एक लाख बीस हजार रुपये में बेचा था।

रांची: सिस्टर और नन ने कबूली बच्चों की तस्करी की बात, 50 हजार से एक लाख रुपये में बेचे थे नवजात
रांची, 14 जुलाई: झारखंड की राजधानी रांची में मिशनरीज ऑफ चैरिटी में नवजात बच्चों को बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। सेंट मदर टेरेसा द्वार शुरू की गई संस्था मिशनरीज ऑफ चैरिटी की एक नन और सिस्टर कोनसिलिया पर इसका आरोप है। उन्होंने पुलिस के सामने कबूला है कि वह दोनों मिलकर बच्चे बेचा करते थे।
रांची पुलिस के मुताबिक सिस्टर कोनसिलिया ने कहा है कि उसने 50-50 हजार रुपयों में दो बच्चों को बेचा है जबकि एक बच्चे को एक लाख बीस हजार रुपये में बेचा था। लेकिन उन्होंने एक और बच्चे को बचने की बात से इनकार कर दिया है। पुलिस इस मामले में बेचे गए तीन बच्चों को पहले ही बरामद कर चुकी है।
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पुलिस के पास इनके कबूलनामे का एक वीडियो भी है। वीडियो में सिस्टर कोनसिलिया यह बोलते हुए नजर आ रही हैं कि उसने बच्चे बेचे हैं जबकि एक बच्चे को बिना पैसों के यानि फ्री में दे दिया था। सिस्टर कोनसिलिया ने वीडियो में यह भी बताया है कि बच्चा बेचने की बात उसने किसी और से के सामने नहीं बोली है। इसकी जानकारी संस्था के सिस्टर हेड को भी नहीं पता था।
वहीं, नन अनिमा इन्दवार से भी इस बात को कबूल कर लिया है। उन्होंने कबूलनामे में लिखा है, अनिमा संस्था में पांच साल से काम कर रही थी और उसने सिस्टर कोनसिलिया के साथ मिलकर बच्चों को बेचा है। पुलिस ने इस मामले में मिशनरी ऑफ चैरिटीज की सिस्टर एवं कर्मचारी को पूछताछ के लिए चार दिनों की रिमांड पर लिया है। पुलिस मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है, ताकि कोई ऐसा और गिरोह तो सक्रिय नहीं है।