पटनाः यूपी और बिहारवासियों के लिए बयान देकर पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी घिरते जा रहे हैं. सियासी गलियारे में कडे़ विरोध के बीच आज एक ओर जहां पटना के थाना चन्नी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया गया है तो वहीं आईपीसी की धारा 295, 295 (क), 504 और 511 के तहत मुजफ्फरपुर की अदालत में मुकदमा दर्ज किया गया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार मुजफ्फरपुर की अदालत ने इसे स्वीकार करते हुए सुनवाई की तिथि 24 फरवरी 2022 निर्धारित की है. यह मामला सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने दर्ज कराया है. उनका कहना है कि बिहार और यूपी के लोगों का पंजाब के सीएम चन्नी ने अपमान किया है. पंजाब उनकी जागिर नहीं है. चन्नी के इस बयान ने बिहार और यूपी के लोगों को ठेस पहुंचाया है.
सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी द्वारा मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, मुजफ्फरपुर की अदालत में याचिका दायर की गई. हाशमी ने दावा किया है कि इस टिप्पणी के जरिये ‘‘पंजाब में रहने वाले बिहार के लोगों के जीवन को खतरे में डाल दिया गया है.’’ उनके बयान से आहत होकर उन्होंने आज मुजफ्फरपुर के मुख्य न्यायायिक दंडाधिकारी(सीजेएम) की अदालत में यह मुकदमा दर्ज कराया है.
वहीं, भाजपा युवा मोर्चा उपाध्यक्ष मनीष सिंह के नेतृत्व में दर्जनों भाजपा कार्यकर्ताओं ने पटना के कदमकुआं थाने में पंजाब के मुख्यमंत्री के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराया है. चन्नी के विवादित बयान पर उनसे माफी मांगने के साथ-साथ उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की है. कदमकुंआ थानाध्यक्ष ने कहा कि मामले को लेकर आवेदन मिला है, जांच की जा रही है.