बिहार में 55 अपराधियों को चिन्हित कर संपत्ति जब्त करने की तैयारी, बिहार सरकार ने ईडी को भेजा प्रस्ताव
By एस पी सिन्हा | Updated: July 26, 2025 16:20 IST2025-07-26T16:20:13+5:302025-07-26T16:20:13+5:30
ईओयू (आर्थिक अपराध इकाई) के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने कहा कि जिनकी संपत्ति जब्ती का प्रस्ताव भेजा गया है, उसमें मादक पदार्थ के तस्करों की संख्या 36, बालू तस्करों की संख्या 10, नक्सली एवं उग्रवादी की संख्या 15 और कुख्यात अपराधियों की संख्या 4 है।

बिहार में 55 अपराधियों को चिन्हित कर संपत्ति जब्त करने की तैयारी, बिहार सरकार ने ईडी को भेजा प्रस्ताव
पटना: बिहार सरकार के द्वारा पीएमएलए (धन शोधन निवारण अधिनियम) के अंतर्गत कार्रवाई करने के लिए अब तक 55 ऐसे अपराधियों को चिन्हित कर इनकी संपत्ति जब्त करने का प्रस्ताव ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) को भेजा गया है। क्योंकि ईडी को ही पीएमएलए के तहत कार्रवाई करने का अधिकार है। इसमें अब तक 22 अपराधियों की संपत्ति जब्त कर ली गई है। जब्त की गई इनकी संपत्ति का मूल्य करीब 11 करोड़ रुपये है। शेष मामलों की जांच जारी है।
ईओयू (आर्थिक अपराध इकाई) के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने कहा कि जिनकी संपत्ति जब्ती का प्रस्ताव भेजा गया है, उसमें मादक पदार्थ के तस्करों की संख्या 36, बालू तस्करों की संख्या 10, नक्सली एवं उग्रवादी की संख्या 15 और कुख्यात अपराधियों की संख्या 4 है।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष जिन चार अपराधियों की संपत्ति जब्ती का प्रस्ताव भेजा गया है। उसमें पेपर लीक कांड का मास्टरमाइंड संजीव मुखिया, बालू माफिया रामप्रवेश राय, कोटक महिंद्रा बैंक का शाखा प्रबंधक सुमित कुमार समेत अन्य शामिल है।
डीआईजी ने कहा कि ईओयू ने कुछ मामले ईडी को ट्रांसफर कर संयुक्त तौर पर जांच की है। पटना के एक्जीविशन रोड स्थित कोटक महिंद्रा बैंक के मैनेजर सुमित कुमार के स्तर से 35 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी का मामला सामने आया है।
गिरफ्तारी के बाद रिमांड पर लेकर इससे पूछताछ में कई अहम बातें सामने आई हैं। यह पता चला कि साउथ अफ्रीका और फिलिपिन्स की कई प्रतिबंधित कंपनियों में पैसे ट्रांसफर किए गए हैं। इस पूरे तफ्तीश में केंद्रीय एजेंसी की भी मदद ली जा रही है।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष अब तक दो प्रमुख डीए केस दर्ज हुए हैं। इसके अलावा अवैध बालू खनन मामले में पटना और भोजपुर में दर्ज 5 प्राथमिकी में गहन तफ्तीश चल रही है। 4 लाख 58 हजार घन फीट बालू जब्त किया जा चुका है। यह आकलन ड्रोन की मदद से की गई है।
इसमें शामिल माफियाओं की अवैध संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया चल रही है। कुछ के खिलाफ कार्रवाई भी हो गई है। इसके अलावा सहकारी बैंकों में गबन समेत अन्य तरह की गड़बड़ी की जांच भी चल रही है।
मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि अब तक दो सहकारी बैंकों में 100 करोड़ रुपये से अधिक की वित्तीय अनियमितता सामने आ चुकी है। इसमें पटना स्थित अवामी लीग सहकारी बैंक में 15 करोड़ और वैशाली सहकारी बैंक में 85 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के सबूत मिल चुके हैं।
उन्होंने बताया कि अवामी लीग बैंक के शाहबाज और वैशाली बैंक के गोपाल प्रसाद को गिरफ्तार भी किया जा चुका है। ये लोग फर्जी एलआईसी पॉलिसी बनाकर इसे गलत तरीके से वैद्य कराकर तथा कोल्ड स्टोरेज के फर्जी दस्तावेज की लेनदेन के आधार पर करोड़ों रुपये की हेराफेरी की गई है।
मानवजीत सिंह ढिल्लों ने कहा कि मादक पदार्थों की तस्करी के मामले में जनवरी से अब तक 4 हजार 501 किलो गांजा, 40 हजार बोतल कोडीन कफ सिरप समेत अन्य मादक पदार्थ जब्त किए गए हैं। राज्य में साइबर अपराध की गंभीरता को देखते हुए ईओयू में जल्द साइबर विंग बनाने की तैयारी है। जल्द ही इसके लिए अलग डीएसपी समेत अन्य पदाधिकारियों की तैनाती हो जाएगी।
इधर, दरभंगा के बहुचर्चित डबल इंजीनियर हत्याकांड समेत करीब दो दर्जन बेहद संगीन मामलों के आरोपी मुकेश पाठक को पुलिस ने उसे उसके दो सहयोगियों के साथ गिरफ्तार कर लिया है। मोतिहारी पुलिस ने मुकेश पाठक और उसके सहयोगियों को जिले के मेहसी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने यह कार्रवाई अपहरण, मारपीट और रंगदारी के एक नए मामले में की है।
मोतिहारी जिले के मेहसी थाना क्षेत्र के मरूआबाद गांव का रहने वाला कुख्यात मुकेश पाठक कुछ महीने पहले ही जमानत पर जेल से बाहर आया था। जेल से छूटने के बाद वह फिर से आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने लगा था। इसकी शिकायत मिलने के बाद मोतिहारी पुलिस के एक विशेष छापेमारी दल ने उसे गिरफ्तार कर लिया। मोतिहारी पुलिस ने मुकेश पाठक के साथ उसके दो सहयोगियों को भी धर दबोचा है।
उनमें मेहसी के रजुआ बखरी का रहने वाला अविनाश गिरि और मंझन छपरा का रहने वाला धीरज कुमार यादव शामिल है। पुलिस ने इस दौरान रंगदारी और अपहरण की घटना में प्रयुक्त बोलेरो गाड़ी भी जब्त कर ली है। पुलिस ने पूछताछ के बाद तीनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। मुकेश पाठक पर हत्या, लूट और रंगदारी से जुड़े कुल 22 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
उसके खिलाफ पूर्वी चंपारण के मेहसी, कल्याणपुर, मुफस्सिल थाना, दरभंगा के बहेड़ी थाना, सीतामढ़ी के रुन्नीसैदपुर, बेलसंड, बैरगनिया थाना, शिवहर और गोपालगंज सहित कई जिलों में संगीन मामले दर्ज हैं।