कर्नाटक के सेंट्रल क्राइम ब्रांच ने गुरुवार (29 मार्च) शाम पोस्टकार्ड न्यूज नामक वेबसाइट के संचालक महेश विक्रम हेगड़े को झूठी खबरें (फेक न्यूज) चलाने और साम्प्रदायिक विद्वेष को बढ़ावा देने के आरोप में गिरफ्तार किया। बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर सुनील कुमार ने द न्यूज मिनट वेबसाइट को बताया कि हेगड़े को 18 मार्च को प्रकाशित एक स्टोरी के बाद हुई एफआईआर के चलते गिरफ्तार किया गया है। हेगड़े की वेबसाइट ने 18 मार्च को एक खबर चलायी थी जिसमें दावा किया गया था कि एक जैन मुनि पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया था। खबर में दावा किया गया था कि हमला करने वाले मुसलमान थे। बाद में पता चला कि हेगड़े की वेबसाइट ने झूठी खबर चलायी थी। जैन मुनि पर हमले की झूठ खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी थी और कई खासो-आम लोगों ने उसे ट्विटर और फेसबुक पर शेयर किया था।
हेगड़े की वेबसाइट के खिलाफ एक अन्य शिकायत बेंगलुरु के संजय नगर पुलिस थाने में दर्ज करायी गयी थी। पोस्टकार्ड न्यूज पर प्रकाशित रानी चेनम्मा और ओनके ओबावा के बारे में प्रकाशित खबर के खिलाफ शिकायत की गयी थी।
पुलिस अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि जैन मुनि को सड़क पर एक मोटरसाइकिल सवार ने टक्कर मार दी थी, जबकि पोस्टकार्ड न्यूज ने खबर चलायी कि उन्हें मुस्लिम युवकों ने मारा था जो की गलत खबर थी और इस पोस्ट के लिए हेगड़े को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने कहा कि वो मामले की जाँच कर रही है। पोस्टकार्ड न्यूज वेबसाइट और हेगड़े दोनों ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा था, "बहुत बुरी खबर, कल कर्नाटक में जैन मुनि पर मुस्लिम युवकों ने हमला कर दिया....कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार में कोई भी सुरक्षित नहीं है।"
द न्यूज मिनट वेबसाइट के अनुसार जैन मुनि को धक्का मारने वाले मोटरसाइकिल सवार ने शराब पी रखी थी। जैन मुनि श्रावणबेलगोला में महामस्तकाभिषेक के लिए जा रहे थे। जैन मुनि को गंभीर चोट नहीं लगी थी। उनके दायें कन्धे और चेहरे पर हल्की चोट लगी थी। स्थानीय प्रशासन ने जैन मुनि का प्राथमिक उपचार कराकर उन्हें श्रवणबेलगोला पहुँचाने की व्यवस्था की थी। हेगड़े के खिलाफ दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि जैन मुनि पर प्रकाशित झूठी खबर को बहुत से लोगों ने पढ़ा और इसका मकसद सरकार की छवि बिगाड़ना और सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ना था। पुलिस कमिश्नर ने मीडिया को बताया कि हेगड़े पर आईपीसी की धारा 153-ए (दंगा उकसाने की कोशिश), धारा 34 और धारा 120(बी) और आईटी एक्ट के धारा 66 (धोखाधड़ी) के तहत गिरफ्तार किया गया है।
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हेगड़े के खिलाफ दूसरी शिकायत 29 फरवरी को कावन बासवकुमार नामक व्यक्ति ने दर्ज करायी थी। बासवकुमार ने दावा किया है कि हेगड़े की वेबसाइट ने कर्नाटक के ऐतिहासिक विभूतियों रानी चेनम्मा और ओनके ओबावा का अपमान किया है। पोस्टकार्ड न्यूज पहले भी सोशल मीडिया पर गाँधी-नेहरू परिवार के खिलाफ विवादित या झूठी खबरें चलाने के लिए आलोचना का शिकार हो चुका है। पोस्टकार्ड न्यूज पर ज्यादातर खबरें भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) और उसके नेताओं की तारीफ में होती हैं।
कर्नाटक में 12 मई को विधान सभा चुनाव के लिए मतदान होना है। ऐसे में ऐसी जाली खबरों के माध्यम से साम्प्रदायिक माहौल को बढ़ावा देकर वोटों के ध्रुवीकरण की भी आशंका है।