शिवसेना के सांसद श्रीरंग वारणे के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह को पुलिस ने धर दबोचा, जांच जारी

By एस पी सिन्हा | Updated: December 23, 2022 18:50 IST2022-12-23T18:50:48+5:302022-12-23T18:50:48+5:30

पटना के पत्रकार नगर थाने की पुलिस ने जिन दो अपराधियों को पकड़ा है, उसमें एक अपराधी अजीत कुमार भोजपुर जिले का रहने वाला है। दूसरा अपराधी सूर्य प्रताप कुमार शेखपुरा का रहने वाला बताया जाता है।

Police arrested the gang that cheated in the name of Shiv Sena MP Shrirang Warne, investigation continues | शिवसेना के सांसद श्रीरंग वारणे के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह को पुलिस ने धर दबोचा, जांच जारी

शिवसेना के सांसद श्रीरंग वारणे के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह को पुलिस ने धर दबोचा, जांच जारी

Highlightsइनके पास से 111 सिम कार्ड 19 डेबिट कार्ड 5 पासबुक दो चेक बुक 3 आधार कार्ड जब्त किए हैंपुणे के इंजीनियर और नवादा के युवक के नाम से कई एटीएम कार्ड और दस्तावेज पुलिस ने जब्त किए मामले में पटना में रहने वाले दो और शातिर ठगों की तलाश जारी है

पटना: शिव सेना सांसद श्रीरंग वारणे के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पटना पुलिस ने खुलासा किया है। इस गिरोह का सरगना पुणे का रहने वाला है और पेशे से इंजीनियर है। पटना पुलिस ने इनके पास से 111 सिम कार्ड 19 डेबिट कार्ड 5 पासबुक दो चेक बुक 3 आधार कार्ड जब्त किए हैं। इस गिरोह में करीब 10 साइबर जालसाज शामिल है।

पटना के पत्रकार नगर थाने की पुलिस ने जिन दो अपराधियों को पकड़ा है, उसमें एक अपराधी अजीत कुमार भोजपुर जिले का रहने वाला है। दूसरा अपराधी सूर्य प्रताप कुमार शेखपुरा का रहने वाला बताया जाता है। लेकिन इसका सरगना पुलिस के हत्थे नही चढ पाया है। जिसकी तलाश में पुलिस पुणे गई है।

पुलिस ने बताया कि साइबर अपराधियों का यह गिरोह पटना के कदमकुआं और लोहानीपुर इलाके में किराए का मकान लेकर रह रहा था। इस गिरोह के सरगना का एक सहयोगी नवादा के वारसलीगंज का रहने वाला है। साईबर अपराधियों ने पुलिस को इस बात की जानकारी दी है कि सरगना इंजीनियर समय-समय पर आकर पटना में ठगी की ट्रेनिंग देता है। यह गिरोह केवाईसी अपडेट कराने, लॉटरी लगने लकी विजेता बनने सर्वे करने के नाम पर झांसा देकर ठगी करता था। 

पुणे के इंजीनियर और नवादा के युवक के नाम से कई एटीएम कार्ड और दस्तावेज पुलिस ने जब्त किए हैं। इस पूरे मामले में पटना में रहने वाले दो और शातिर ठगों की तलाश जारी है। हैरानी की बात है कि यह गिरोह पिछले 5 साल से साइबर ठगी कर रहा है। महाराष्ट्र के सांसद की मुहर के बारे में पूछताछ करने पर इन शातिरों ने बताया कि बैंक खाता खुलवाने और सिम लेने के लिए दस्तावेज सत्यापन के लिए वे सांसद की मुहर का इस्तेमाल करते रहे हैं। पकड़े गए दोनों शातिरों की मानें तो 20 फीसद कमीशन पर गिरोह के लिए काम कर रहे थे। 

इन्होंने पुलिस को इस बात की भी जानकारी दी है कि दिल्ली में फर्जी तरीके से सिम कार्ड बेचने वाला एक गिरोह सक्रिय है जो पैसे लेकर फर्जी तरीके से सिम कार्ड आवंटित करता है। इस गिरोह के बारे में पुलिस और भी जानकारी जुटा रही है। इस बात की भी जानकारी मिली है कि गिरोह गरीब लोगों को पैसे देकर उनका दस्तावेज अपने लिए इस्तेमाल करता था। 

पूछताछ में गिरफ्तार अपराधियों ने बताया है कि यह पहले नवादा नालंदा शेखपुरा जैसे जिलों में रहकर साइबर ठगी करते थे। लेकिन जब ठगी से पैसे आने लगे तो सुख सुविधा और एश मौज के लिए वह पटना आ गए और अब यहीं से ठगी कर धंधे को अंजाम दे रहे हैं। सबसे बड़ी बात है कि कुछ शातिरों का परिवार भी उनके साथ रह रहा है। पुलिस ने शातिरों के कुछ परिजनों को भी हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। 

Web Title: Police arrested the gang that cheated in the name of Shiv Sena MP Shrirang Warne, investigation continues

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