पटनाः एनएमसीएच से मृत व्यक्ति की आंख गायब?, पेट में लगी थी गोली और इलाज के दौरान मौत, आखिर क्या आंख निकाल ली!
By एस पी सिन्हा | Updated: November 16, 2024 15:53 IST2024-11-16T15:52:30+5:302024-11-16T15:53:36+5:30
नालंदा से एक युवक को 14 नवंबर को पटना रेफर किया गया था। युवक को आपसी विवाद में गोली लगी थी।

सांकेतिक फोटो
पटनाः बिहार की राजधानी पटना स्थित दूसरे सबसे बड़े अस्पताल एनएमसीएच में एक मृत व्यक्ति का आंख गायब होने का मामला सामने आने के बाद हंगामा मच गया है। मृतक के परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों के द्वारा मौत के बाद मरीज की आंख निकाल ली गई है। घटना से गुस्साए मृतक के परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया। हंगामे की सूचना मिलते ही आलमगंज पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आक्रोशित परिजनों को शांत कराया। परिजनों की शिकायत पर पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है। घटना के बाद पटना सिटी के सहायक पुलिस अधीक्षक अतुलेश झा ने भी मौके पर पहुंचकर पूरे मामले की जांच की। प्राप्त जानकारी अनुसार नालंदा से एक युवक को 14 नवंबर को पटना रेफर किया गया था। युवक को आपसी विवाद में गोली लगी थी।
गोली लगने के बाद परिजनों ने उसे नालंदा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से डॉक्टरों ने उसे पटना एनएमसीएच रेफर कर दिया। परिजन जब घायल को लेकर एनएमसीएच पहुंचे तो यहां मरीज का इलाज शुरू हुआ। ऑपरेशन कर मरीज की गोली निकाली गई। बताया जा रहा है कि मरीज का ऑपरेशन सफलतापूर्वक हुआ जिसके बाद उसे आईसीयू में भर्ती कर दिया गया।
मृतक के चचेरे भाई विजय कुमार सिन्हा ने बताया कि इलाज के दौरान ही अस्पताल की सर्जिकल आईसीयू में शुक्रवार की रात मौत हो गई। परिवार के लोग शव को बेड पर ही छोड़कर बाहर निकल गए। शनिवार की सुबह जब वे लोग शव लेने पहुंचे तो शव से आंख गायब था। इसके बाद परिवार के लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया।
परिजनों ने पूरे मामले पर अस्पताल प्रशासन को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराते हुए दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग की है। मृतक की पहचान नालंदा जिले के सखसोहरा थाना क्षेत्र के होराड़ी गांव निवासी दिलीप प्रसाद के 24 वर्षीय पुत्र फंटूश कुमार यादव के रूप में की गई है।
मृतक के भाई मुकेश कुमार और नवलेश कुमार ने विरोधी गुट के लोगों पर अस्पताल प्रबंधन के साथ मिलकर फंटूश कुमार की आंख निकाले जाने का आरोप लगाते हुए पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। उनका आरोप है कि इस संबंध में अस्पताल प्रबंधन से पूछताछ किए जाने पर अस्पताल प्रबंधन के लोगों ने चूहों के द्वारा आंख खाए जाने की बात कही है।
मौके पर मौजूद पटना सिटी के सहायक पुलिस अधीक्षक अतुलेश झा और आलमगंज थानाध्यक्ष राजीव कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए जल्द ही पूरे मामले का उद्भेदन कर लिए जाने का भरोसा दिलाया है। वहीं, पूरे मामले पर पूछे जाने पर अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर विनोद कुमार सिंह ने मामले की जांच को लेकर चार सदस्यीय जांच टीम गठित किए जाने की बात बताई है। मामला सत्य पाए जाने पर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया है। फिलहाल पुलिस सर्जिकल आईसीयू में लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगालने में जुटी है।