मेवात: नूंह हिंसा मामले में हरियाणा में आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक अहमद जावेद के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। जावेद के खिलाफ दर्ज एफआईआर के मुताबिक, आम आदमी पार्टी के नेता ने 31 जुलाई को सोहना के निरंकारी चौक पर बजरंग दल नेता प्रदीप कुमार की हत्या के लिए भीड़ को उकसाया था। आप नेता के खिलाफ मामला 2 अगस्त को दर्ज किया गया है।
बजरंग दल के एक अन्य कार्यकर्ता पवन कुमार, जो प्रदीप कुमार पर हमले के समय उनके साथ थे, ने एफआईआर में कहा कि जावेद ने लोगों के एक समूह के साथ उनके वाहन को रोका और उन्हें प्रदीप पर हमला करने के लिए कहा। एफआईआर के मुताबिक, नल्हर मंदिर से पुलिस द्वारा बचाए जाने के बाद प्रदीप घर जा रहा था। पुलिस की एक गाड़ी कुछ दूरी तक उनके साथ रही, लेकिन पुलिस ने यह दावा करते हुए दूसरा रास्ता अपना लिया कि आगे रास्ता साफ है।
पुलिस के जाने के बाद एक स्कॉर्पियो कार प्रदीप कुमार की गाड़ी का पीछा करने लगी। एफआईआर के मुताबिक, इसके बाद इसने बजरंग दल नेता की गाड़ी को ओवरटेक कर रोका।
पवन के मुताबिक गाड़ी में आप नेता जावेद अहमद सवार था और उसने अपने साथ के लोगों से प्रदीप को मारने के लिए कहा। एफआईआर में कहा गया है कि भीड़ ने दोनों को गाड़ी से बाहर निकाला और बुरी तरह पीटा। सिर पर चोट लगने से प्रदीप की बाद में दिल्ली के एक अस्पताल में मौत हो गई। पवन ने यह भी आरोप लगाया कि अहमद दंगों के दौरान सोहना चौक पर लगभग 200 लोगों का नेतृत्व कर रहा था।
इस बीच, जावेद ने आरोपों को "पूरी तरह से गलत और निराधार" बताया। उसने कहा, ''मैं दोनों समुदायों के लोगों को मनाने की कोशिश कर रहा था।'' आप नेता ने यह भी दावा किया कि वह शाम 6 बजे वहां से चला गया और अगले दिन सुबह 7 बजे वापस आया, जबकि घटना रात 10:30 बजे हुई।
सहायक पुलिस आयुक्त नवीन संधू ने कहा कि वे पवन कुमार द्वारा दर्ज की गई शिकायत की जांच कर रहे हैं और आरोप साबित होने पर ही कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के जुलूस या ब्रज मंडल यात्रा पर भीड़ द्वारा हमला किए जाने के बाद हुई झड़प में दो होम गार्ड और एक मौलवी सहित छह लोगों की मौत हो गई।