योगेंद्र शंभरकर
नागपुरःबढ़ते साइबर अपराध के दौर में फेसबुक पर अनजान युवक-युवती से दोस्ती महंगी पड़ सकती है. इन दिनों दिल्ली व गुड़गांव(गुरुग्राम) के साइबर ठगों की टोली योजनाबद्ध तरीके से महिलाओं और पुरुषों को भी ठगी शिकार बना रही है.
पहले अनजान युवती फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर रात में बातें करने लगती है. एक-दो दिन बाद ही युवती अश्लीलता पर उतर आती है. ऐसे में पुरुष मित्र के उत्सुकता दिखाते ही सीधे लाइव सेक्स का ऑफर देकर अपनी अश्लील वीडियो तक शेयर करती है. इसके बाद पुरुष मित्र के भी वैसा ही करने पर साइबर गिरोह की ब्लैकमेलिंग शुरू हो जाती है.
हाल में ऐसा ही एक मामला सामने आया है. शहर के एक प्रतिष्ठित स्कूल के 40 वर्षीय शिक्षक 7 दिन से ब्लैकमेलिंग का शिकार हो रहे हैं. पीड़ित शिक्षक रमाकांत (बदला नाम) की पत्नी और बच्चे भिलाई में रहते हैं. उन्हें 1 मार्च को दिल्ली की कथित पूनम नामक युवती की फ्रेंड रिक्वेस्ट आई.
रिक्वेस्ट स्वीकारते ही पूनम ने उन्हें मैसेंजर पर संपर्क किया. दूसरे दिन रात को ही पूनम ने वॉट्सएप्प पर उनसे अश्लील बातें कीं. पूनम ने अपने फोटो शेयर कर रमाकांत को भी वैसे ही फोटो भेजने के लिए उकसाया. रमाकांत के फोटो भेजते ही पूनम ने उनके फोटो वायरल करने की धमकी देकर 10 हजार रुपए भेजने की धमकी दी.
वीडियो यूट्यूब पर डालने की धमकी अब साइबर टोली रमाकांत को उनका वीडियो परिचितों को भेजने और यूट्यूब पर डालने की धमकी देकर सवा लाख रुपए की वसूली कर चुकी है. उन्हें धमकी वाले कॉल और एसएमएस भेजने का सिलसिला जारी है. इसकी शिकायत पुलिस स्टेशन और साइबर सेल से हुई है.
दिल्ली साइबर क्राइम सेल से फोन! रमाकांत को 4 मार्च को कथित दिल्ली साइबर क्राइम ब्रांच के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक राम मल्होत्रा मोबाइल क्र. 9707467018 से फोन कर रहा है. मल्होत्रा ने उनका वीडियो यूट्यूब के लिए आने और युवती से शिकायत मिलने का दावा किया. यह वीडियो डिलीट करने के लिए अपने खाते में रुपए जमा कराए.
युवती के पास मिले ड्रग्सः इसके बाद मल्होत्रा ने दोबारा 8 मार्च को फोन कर युवती पूनम के पास बड़े पैमाने पर ड्रग्स मिलने की जानकारी दी. इसके साथ ही पूनम द्वारा ड्रग्स उसके (रमाकांत) से मिलने की कबूली दी. जिसके बाद मामला निपटाने के लिए 30 हजार रुपए देने की मांग की है. इस मुसीबत से रमाकांत की नींद उड़ गई है.
एनजीओ भी कर चुकी है शिकायतः एक्शन कमेटी के अध्यक्ष सचिन बिसेन के अनुसार उनके एनजीओ के सदस्यों को भी फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर पूनम और फिलोमिना नामक युवती ने झांसे में लेने का प्रयास किया. ऐसे झांसों की जानकारी होने से एनजीओ सदस्यों ने साइबर सेल में शिकायत की. लेकिन आगे कार्रवाई नहीं बढ़ी. ऐसे में अनजान लोगों से सर्तक रहने की जरूरत है.