खुलासा: ब्रजेश ठाकुर के कहने पर ही हत्या की गयी बच्चियों के शव को फेंक दिया गया था नदी में
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: November 6, 2018 12:03 PM2018-11-06T12:03:13+5:302018-11-06T12:03:43+5:30
पटना, 06 नवंबर: बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित बालिका अल्पवास गृह में बच्चियों के हुए दैहिक शोषण के मामले में एक नया खुलासा करते हुए गिरफ्तार ब्रजेश ठाकुर के सफाई कर्मचारी कृष्णा ने कोर्ट में कहा है कि ब्रजेश ठाकुर के कहने पर उसने एक साल पहले बच्चियों का शव नदी में फेंका था. कृष्णा ने बताया कि ब्रजेश ठाकुर के आदेश पर हत्या की गई दो बच्चियों के शव को बोरा में रखकर अखराघाट पुल से गंडक नदी में फेंका था.
इस काम में उसके साथ विजय और गुड्डू भी शामिल थे. मुजफ्फरपुर मामले को लेकर आज पॉस्को कोर्ट में सुनवाई हुई है, जिसमें तकनीकी खराबी के कारण मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर की पटियाला जेल से पेशी नहीं हो सकी. ब्रजेश के कर्मचारी गौरव की वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से बेऊर जेल से पेशी हुई. उल्लेखनीय है कि कृष्णा से मिली जानकारी के आधार पर सीबीआई की टीम पिछले शनिवार को पुलिस प्रशासन और एनडीआरफ के साथ घंटों गंडक नदी में दो शव की खोजबीन की थी. सीबीआई ने ब्रजेश ठाकुर के मामा रामानुज ठाकुर और सफाई कर्मचारी कृष्णा को पॉस्को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
डायरी में मिले मोबाइल नंबरों की पड़ताल शुरू बालिका गृहकांड के किंगपिन ब्रजेश ठाकुर की डायरी से मिले मोबाइल नंबरों की जांच सीबीआई ने तेज कर दी है. साथ ही कुछ लोगों से से मिठनपुरा स्थित कैंप कार्यालय में गहनता से पूछताछ भी कर रही है. इनलोगों का बयान भी दर्ज कर रही है. पूर्व में सीबीआई को बालिका गृह की जांच के दौरान ब्रजेश ठाकुर की एक डायरी मिली थी. इसमें 100 से अधिक लोगों के नंबर दर्ज थे. साथ ही कई प्रकार के हिसाब-किताब और अन्य बातें भी लिखी हुई थीं. इसमें एक दर्जन नंबर सीबीआई टीम को संदिग्ध मिले हैं. जेल के मेडिकल वार्ड में शिफ्ट ब्रजेश ठाकुर के पास से एक किताब में पर्चा मिला था जिसपर 50 मोबाइल नंबर दर्ज थे. इसकी भी जांच सीबीआई कर रही है.