बिहार के मुजफ्फरपुर में एक निजी कॉलेज के प्रोफेसर की अश्लील हरकतों से परेशान छात्राओं ने उसे जिंदगी भर नहीं भूलने वाला सबक दिया. छात्राओं की हिम्मत से एक गुरूघंटाल गुरुजी की करतूत उजागर हुई. आरोपित प्रोफेसर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उसपर छात्राओं के साथ अश्लील हरकतें व बातचीत करने के आरोप हैं. परेशान छात्राओं ने उसे सबक सिखाने के लिए उसकी करतूतों का वीडियो बनाकर सार्वजनिक कर दिया तथा उसके घर पर धरना पर बैठ गईं.
बताया जाता है कि इसके बाद भीड़ ने उसे पकड़कर जमकर पीटा. घटना के सिलसिले में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. शीतल प्रसाद नाम के प्रोफेसर का चरित्र इतना गंदा है कि ट्यूशन पढ़ाते वक्त उसकी नजर सवालों से ज्यादा छात्राओं के जिस्म पर होती थी. प्रोफेसर के करतूतों से पीड़ित ऐसी छात्राओं की एक श्रृंखला है, लेकिन शोषण की शिकार उन छात्राओं में से दो ऐसी छात्राएं सामने आई जिसने प्रोफेसर को सबक सिखाने की ठान ली.
ट्यूशन पढ़ने आने वाली कई छात्राओं के साथ अश्लील व्यवहार करता था प्रोफेसर
आरोपित प्रोफेसर डॉ. शीतल प्रसाद मुजफ्फरपुर सदर थाना क्षेत्र स्थित सिद्धार्थ पुरम का निवासी है. साहिबगंज के एक निजी कॉलेज में कॉमर्स का यह प्रोफेसर अपने घर पर ट्यूशन पढ़ाता है. उसके पास पढ़ने आने वालों में छात्राओं की भी बड़ी संख्या है. आरोप है कि प्रोफेसर डॉ. शीतल प्रसाद ट्यूशन पढ़ने आने वाली कई छात्राओं के साथ अश्लील व्यवहार करता था. उससे परेशान छात्राओं में से दो ने उसे सबक सिखाने की ठानी. फिर, मंगलवार को दोनों छात्राएं उनके घर गईं. उनमें से एक घर के बाहर रही तो दूसरी घर में पढ़ने के बहाने गई. उस वक्त प्रोफेसर की पत्नी घर में नहीं थीं. घर में छात्रा को अकेली पाकर प्रोफेसर ने जब अश्लील बातचीत व हरकतें शुरू कर दी तो पहले से तैयार छात्रा ने मोबाइल से उनका वीडियो बना लिया. इसके बाद दोनों छात्राओं ने वीडियो अपने साथियों को दिखाया. फिर, सभी प्रोफेसर के घर पर आ धमकीं. हंगामा होता देख मोहल्ले के लोग भी जुट गए. माजरा जानकर आसपास के लोग छात्राओं के साथ हो गए. भीड ने आरोपित प्रोफेसर की जमकर धुनाई कर दी. इस बीच कुछ शरारती तत्वों ने प्रोफेसर के घर में तोड़फोड़ की भी कोशिश की.
प्रोफेसर ने सफाई दी कि बकाया ट्यूशन फीस मांगने के कारण छात्राओं ने उसपर गलत आरोप लगाए
वहीं, अनियंत्रित स्थिति की सूचना पर सदर व काजीमोहम्मदपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने उग्र छात्राओं को समझाकर शांत किया तो छात्राएं व उनके स्वजन प्रोफेसर पर कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे. महिला पुलिसकर्मियों ने बीच-बचाव कर छात्राओं की भीड़ से आरोपित प्रोफेसर को गिरफ्तार कर लिया.
इस बाबत प्रोफेसर ने सफाई दी कि बकाया ट्यूशन फीस मांगने के कारण छात्राओं ने उसपर गलत आरोप लगाए. लेकिन पुलिस की मौजूदगी में प्रोफेसर ने अपने करतूतों की रिकॉर्डिंग देखी तो उसकी जुबान बंद हो गई. उसके बाद पुलिस उसे पकड़ कर खींचते हुए जीप में बिठाकर अपने साथ ले गई. इस घटना से मोहल्ले में हड़कंप मच गया. सदर थाना इंस्पेक्टर मिथिलेश झा ने बताया है कि पीड़ित छात्रा के बयान पर आरोपी शीतल प्रसाद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किया गया है. पुलिस उसे सख्त से सख्त सजा दिलाने का प्रयास करेगी.