पुलिस हिरासत में युवक की मौत, परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप, टीआई समेत पांच पुलिसकर्मी निलंबित
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 19, 2019 20:41 IST2019-06-19T20:32:30+5:302019-06-19T20:41:05+5:30
युवक की मौत को गंभीरता से लेते हुए भोपाल आईजी योगेश देशमुख ने बैरागढ़ थाने के टीआई अजय मिश्रा, एसआई राजेश तिवारी, बोहराम सिंह, आरक्षक राजकुमार भटनागर और आरक्षक गंगाराम को निलंबित कर दिया है.

तस्वीर का इस्तेमाल केवल प्रतीकात्मक तौर पर किया गया है। (फाइल फोटो)
राजधानी भोपाल में एक युवक की पुलिस हिरासत में मौत होने पर परिजनों ने थाना बैरागढ़ पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. गृहमंत्री बाला बच्चन ने मामले की उच्च स्तरीय जांच का आश्वासन दिया है. वहीं भोपाल आईजी योगेश देशमुख ने बैरागढ़ थाने के टीआई अजय मिश्रा, एसआई राजेश तिवारी सहित पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है. परिजनों ने पुलिस पर मृतक की सोने की चेन और अंगूठी लूटने का आरोप भी लगाया है. युवक के पिता स्वयं पुलिस में हैं और साइबर सेल में पदस्थ हैं.
राजधानी में मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात शिवम मिश्रा की मौत के बाद परिजन तड़के अस्पताल पहुंचे और पुलिस पर मारपीट किए जाने का आरोप लगाया. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी और भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय विधायक रामेश्वर शर्मा भी अस्पताल पहुंचे. परिजनों ने आरोप लगाया कि शिवम मंगलवार रात अपने दोस्त गोविंद शर्मा के साथ कार से कहीं जा रहा था. इसी दौरान रास्ते में बीआरटीएस कारिडोर की रैलिंग से उनकी कार टकरा गई.
वहीं परिजन का दावा है कि दोनों को कोई चोट नहीं लगी, लेकिन पास ही खड़ा डायल 100 वाहन दोनों को पुलिस थाने ले गया और हिरासत में उनके साथ बुरी तरह मारपीट की गई. इसी बीच स्थिति बिगड़ने पर पुलिस शिवम को अस्पताल ले गई, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. उसका दूसरा साथी गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती है.
वहीं मृतक के दोस्त गोविंद शर्मा का एक निजी चिकित्सालय में इलाज चल रहा है. गोविंद की हालत गंभीर बनी हुई है. शिवम के पिता खुद पुलिस में हैं. वे साइबर सेल में क्लर्क पद पर पदस्थ हैं. बेटे की मौत से सन्न पिता ने कहा कि 35 साल पुलिस की सेवा की और पुलिस ने ही मेरे बेटे को मार दिया. जब वे पोस्टमार्टम नहीं कराने की बात कह रहे थे, तो साइबर सेल में पदस्थ एआईजी शशिकांत शुक्ला पहुंचे और उनसे चर्चा कर पोस्टमार्टम कराने के लिए राजी किया.
युवक की मौत को गंभीरता से लेते हुए भोपाल आईजी योगेश देशमुख ने बैरागढ़ थाने के टीआई अजय मिश्रा, एसआई राजेश तिवारी, बोहराम सिंह, आरक्षक राजकुमार भटनागर और आरक्षक गंगाराम को निलंबित कर दिया है.
यह है मामला
मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात को शिवम और उसका दोस्त गोविंद दोनों एक्सयूवी से करीब ढ़ाई बजे जा रहे थे. इस दौरान बीआरटीएस की रेलिंग से उनकी कार टकराई और पुलिस ने उन्हें बीआरटीएस में गाड़ी चलाने के जुर्म में हिरासत में लिया. दोनों युवक सीहोर रोड पर किसी ढ़ाबे से खाना खाकर लौट रहे थे. इस दौरान यह घटना घटित हुई थी.
गृह मंत्री ने दिए न्यायिक जांच के आदेश
मध्यप्रदेश के गृहमंत्री बाला बच्चन ने बैरागढ़ में पुलिस हिरासत में युवक की मौत मामले में कहा है कि अगर पुलिस की पिटाई से किसी की मौत हुई है तो में इसकी न्यायिक जांच कराई जाएगी. उन्होंने कहा कि ऐसा होना नहीं चाहिए, लेकिन फिर भी अगर ऐसा हुआ है तो कार्रवाई की जाएगी.
पूर्व सीएम शिवराज ने कहा- मर चुकी है संवेदनाएं, निरंकुश हो गया पुलिस प्रशासन
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश सरकार की संवेदनाएं मर चुकी हैं. पुलिस प्रशासन निरंकुश हो गया है.
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पुलिस की पिटाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि युवक की कार बीआरटीएस कारिडोर की रेलिंग से टकरा गई थी. ये ऐसी घटना ऐसी नहीं थी कि पुलिस युवक को पीट-पीटकर मार डाले.
ऐसे में पुलिसकर्मियों के खिलाफ सस्पेंशन के बजाए इस मामले की न्यायिक जांच करानी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. वो यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में गरीबों को सताया जा रहा है, विरोध करता है तो झोपड़ी को आग लगा दी जाती है. उस आग में कूदकर एक बहन ने जान दे दी. क्या गरीबों को ऐसा सताया जाएगा. आदिवासियों को सताने का भी मामला सामने आया है. गरीबों के कल्याण की सारी योजनाएं बंद कर दी गई हैं. अन्याय की अति हो गई है. सरकार को मैं चेता रहा हूं, अगर ये चलता रहा तो हम चुप नहीं बैठेंगे.