बिहार की राजधानी पटना में पुलिस मुख्यालय के सामने आज दोपहर हंगामा उसवक्त मच गया, जब राजीव ब्रम्हर्षि नाम के एक युवक ने खुद को आग लगा ली. यह देखते ही वहां अफरातफरी मच गई. हालांकि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने तुरत उसके शरीर में लगी आग को बुझा दी और युवक को गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान उसे समझाने के दौरान पुलिस ने उसकी पिटाई भी की.
प्राप्त जानकारी के अनुसार गिरफ्तार युवक का कहना है कि फुलवारी शरीफ दंगे में उसके भाई सहित कई लोगों को पुलिस द्वारा बेवजह फंसा दिये जाने के कारण उसने यह खौफनाक कदम उठाया है. गिरफ्तार किये गये युवक ने खुद को हिंदू पुत्र संगठन का संरक्षक राजीव ब्रह्मर्षि बताया है. उसने आरोप लगाया है कि राजद द्वारा आहूत बिहार बंद के दौरान बस्ती की महिलाओं और बच्चियों के साथ दुर्व्यवहार किया गया. संपत्तियां लूट ली गईं. मंदिर तोडकर क्षतिग्रस्त किया गया.
साथ ही उन्होंने थाना प्रभारी पर एक समुदाय विशेष के होने के कारण पक्षपात करने का आरोप लगाया है. उसने बताया कि फुलवारीशरीफ में हुए उपद्रव के मामले में सबपर झूठा केस किया गया है. उसने बताया कि सोशल मीडिया एकाउंट फेसबुक पर उसने बुधवार को ही अपने आत्मदाह की बात लिखी थी. युवक ने आरोप लगाया कि पटना पुलिस लोगों को को झूठे मुकदमे में फंसा रही है.
हिंदू पुत्र संगठन के अध्यक्ष रामकृष्ण कुमार ने भी पत्र जारी कर आत्मदाह किये जाने की चेतावनी देते हुए पत्र जारी किया था. इसमें कहा गया है कि 19 फरवरी, 2020 तक विशेष कमेटी द्वारा फुलवारीशरीफ दंगे की जांच कराई जाये, अन्यथा 20 फरवरी को पुलिस मुख्यालय के समक्ष आत्मदाह किया जायेगा. इसी क्रम में राजीव ब्रह्मर्षि आज पुलिस मुख्यालय पहुंचा और आत्मदाह करने लगा, जिसे पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए निष्फल कर दिया.