कैदियों की मृत्यु दर मामले में महाराष्ट्र ने उत्तर प्रदेश को पछाड़ा
By रामदीप मिश्रा | Updated: January 26, 2018 15:08 IST2018-01-26T14:45:30+5:302018-01-26T15:08:37+5:30
देखा जाए तो उत्तर प्रदेश की महाराष्ट्र से लगभग दो गुनी जनसंख्या है। इसके बावजूद भी कैदियों की मृत्यु दर में महाराष्ट्र आगे निकल गया है।

कैदियों की मृत्यु दर मामले में महाराष्ट्र ने उत्तर प्रदेश को पछाड़ा
दिल्ली नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं की एक रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र में कैदियों की मृत्यु दर मामले में जनसंख्या की दृष्टिकोण से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश को पीछे छोड़ दिया है। इस शोध के सामने आने के बाद सवाल खड़े होने लगे हैं। दरअसल, अगर देखा जाए तो उत्तर प्रदेश की महाराष्ट्र से लगभग दो गुनी जनसंख्या है। इसके बावजूद भी कैदियों की मृत्यु दर में महाराष्ट्र आगे निकल गया है।
खबरों के मुताबिक, इस मामले पर सेंटर फॉर डेथ पेनल्टी के निदेशक अनूप सुरेंद्रनाथ ने का कहना है कि उत्तर प्रदेश में महाराष्ट्र से आबादी दोगुनी है। यह दिलचस्प है कि महाराष्ट्र ने यूपी को पीछे छोड़ दिया है।
आकड़े बताते हैं कि महाराष्ट्र में साल 2017 के अंत तक 67 कैदियों की मौत हुई है, जबकि उसके एक साल पहले 47 थी। वहीं, बीते साल उत्तर प्रदेश में 65 कैदियों की मौत हुई है। साथ ही साथ इस राज्य में कैदियों की मृत्यु दर में गिरावट आई है। इस प्रदेश में 2016 में 77 कैदियों की मौत हुई थी।
अगर दोनों राज्यों की आबादी की बात करें तो महाराष्ट्र की 11 करोड़ से अधिक है, जबकि उत्तर प्रदेश की जनसंख्या 20 करोड़ से अधिक है।
शोध करने के उद्देश्य को लेकर तीन प्रमुख शोधकर्ताओं और लेखकों में से एक पूर्णिमा राजेश्वर ने का कहना है कि मैंने जितना अनुभव किया है उसके अनुसार आधिकारिक दस्तावेजों में कई बार पूरा डाटा उपलब्ध नहीं होता है, जिसकी वजह से कैदियों की लिस्ट अपडेट नहीं होती है। इस वजह से इसके लिए सबसे मजबूत स्रोत समाचार होते हैं।