लखनऊ गोलीकांडः सीएम योगी से मिलने की मांग पर अड़ी विवेक की पत्नी, कौन देगा इन सवालों के जवाब?
By आदित्य द्विवेदी | Published: September 30, 2018 09:47 AM2018-09-30T09:47:38+5:302018-09-30T11:35:12+5:30
मृतक विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना का कहना है कि मेरे पति इकलौते कमाने वाले थे। मुझे बच्चों के भविष्य की चिंता है। जानें इस मामले से जुड़ी अबतक की सभी बड़ी अपडेट्स...
लखनऊ, 30 सितंबरः पुलिस फायरिंग में मारे गए एपल के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की पत्नी सीएम योगी से मिलने पर अड़ी हुई हैं। उनका कहना है कि अपने निर्दोष पति की हत्या पर मैं योगी आदित्यनाथ से कुछ सवाल करना चाहती हूं। हालांकि उन्होंने सवालों को मीडिया से बताने से इंकार कर दिया। बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने विवेक के परिजनों को 25 लाख रुपये मुआवजा और नौकरी देने की घोषणआ की है। साथ ही जरूरत पड़ने पर सीबीआई जांच की मांग की बात भी कही है।
प्रशासन की तरह से दिए गए मुआवजे पर कल्पना ने असंतोष जाहिर किया। उन्होंने कहा, 'आलाधिकारियों ने 25 लाख मुआवजा देने की बात कही है। वो कह रहे हैं कि ऐक्सीडेंटल में इतना ही होता है। मैं कहना चाहती हूं कि ये दुर्घटना नहीं हत्या है। विवेक अकेले घर में कमाने वाले थे। मुझे बच्चों के भविष्य की चिंता है।' कल्पना ने किसी अधिकारी के दबाव की बात से इंकार किया।
एक करोड़ मुआवजे की मांग
मृतक विवेक तिवारी की पत्नी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखकर इंसाफ की मांग की है। कल्पना में चिट्ठी में लिखा, 'मेरे पति की हत्या की जांच पुलिस से ना करवा कर सीबीआई द्वारा करवाई जाए ताकि न्याय मिल सके।' इसके अलावा उन्होंने पुलिस विभाग में एक नौकरी और कम से कम एक करोड़ रुपये मुआवजे की मांग की है।'
Lucknow: Kalpana Tiwari (in pic), wife of Vivek Tiwari (who died after he was shot at by police last night) writes to CM Yogi Adityanath demanding a CBI inquiry into the incident. She has also demanded a compensation of Rs 1 crore and a job in the police department. pic.twitter.com/d8HEZxAQvo
— ANI UP (@ANINewsUP) September 29, 2018
अंतिम संस्कार में पहुंचे मंत्री पर फूटा गुस्सा
विवेक तिवारी का अंतिम संस्कार आज लखनऊ के बैकुंठ धाम भैंसा कुंड पर किया जा रहा है। संस्कार स्थल पर पहुंचे उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री बृजेश पाठक पर लोगों का गुस्सा फूटा। परिजनों ने भी आक्रोश जाहिर किया। मंत्री ने परिजनों के साथ संवेदना व्यक्त करते हुए दोषियों को सख्त सजा दिलाने का आश्वासन दिया है। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कराने का भी भरोसा दिलाया।
UP ministers Brajesh Pathak and Ashutosh Tandon meet family of #VivekTiwari in Lucknow pic.twitter.com/ESHqBpoeFe
— ANI UP (@ANINewsUP) September 30, 2018
कौन देगा इन सवालों के जवाब?
विवेक की पत्नी कल्पना ने कहा, "मेरी रात में डेढ़ बजे उनसे बात हुई थी। कल एपल फोन की लॉन्चिंग थी। वो लेट हो गए थे। सना को ड्रॉप करने गए थे। पौने तीन बजे मैंने फोन किया तो किसी ने कहा कि एक्सीडेंट हुआ है आप लोहिया पहुंचो।" मैं अपने बच्चों को क्या बताऊं, कि गलती से उनके पापा की मौत हो गई। गलती से उनका सबकुछ खत्म हो गया।
विपक्षी दलों का सरकार पर निशाना
उत्तर प्रदेश में एनकाउंटर को लेकर पहले भी सवाल उठते रहे हैं लेकिन इस घटना ने एक नई बहस छेड़ दी है। क्या आम नागरिक का भी एनकाउंटर होगा। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि बीजेपी की सरकार से आप और क्या उम्मीद कर सकते हैं। इस सरकार में ऐसे कई फेक एनकाउंटर हुए हैं। सपा नेता आजम खान ने भी सरकार की निंदा की है।
आरोपी सिपाही ने लिया आत्मरक्षा का बहाना
सिपाही प्रशांत चौधरी का कहना है, 'मैंने उसे गोली नहीं मारी है, वो गलती से लग गई थी, उसने कहा कि मृतक ने अपनी गाड़ी से मुझे दो बार टक्कर मारी लेकिन जब तीसारी बार टक्कर मारी तो मुझे गोली चलाना पड़ा।' सिपाही प्रशांत चौधरी ने योगी सरकार पर आरोप लगाया कि सीएम योगी के कहने पर उसकी प्राथमिकी पंजीकृत नहीं की जा रही है।
जानें क्या है पूरा मामला
विवेक आईफोन लॉन्चिंग के बाद अपनी महिला सहकर्मी के साथ लौट रहे थे। रास्ते में पुलिस ने उन्हें गाड़ी रोकने का इशारा किया तो विवेक ने दरकिनार कर दिया। कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी ने शक में गोली चला दी जिससे विवेक की मौत हो गई। एसपी ने बताया कि सना खान की शिकायत पर कॉन्स्टेबल के खिलाफ गोमतीनगर थाने में आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज किया गया है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और पूछताछ जारी है।
सना खान की शिकायत के मुताबिक शुक्रवार रात वह अपने सहकर्मी विवेक तिवारी के साथ घर जा रही थी। गोमतीनगर विस्तार के पास गाड़ी खड़ी थी तभी दो पुलिस वाले आए। विवेक ने दरकिनार करते हुए बचकर निकलने की कोशिश की। सना ने आरोप लगाया कि इस दौरान कॉन्स्टेबल ने बाइक दौड़ाकर विवेक पर गोली चला दी। गाड़ी की विंडशील्ड तोड़ते हुए गोली विवेक के गले में जा धंसी।
इसके बाद विवेक की कार अंडरपास के पिलर से जा टकराई। इससे भी गहरी चोटें आई हैं। आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया जहां उनकी मौत हो गई।