Kolkata Rape Murder Case: पूर्व प्रिंसिपल घोष और 4 चिकित्सकों का होगा ‘पॉलीग्राफ’ टेस्ट, कोर्ट ने दी मंजरी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 22, 2024 20:24 IST2024-08-22T19:14:57+5:302024-08-22T20:24:57+5:30
अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई घोष और घटना के दिन ड्यूटी पर मौजूद चार अन्य चिकित्सकों की ‘लाई डिटेक्टर’ जांच की अनुमति के लिए उन्हें विशेष अदालत लेकर गई थी।

Kolkata Rape Murder Case: पूर्व प्रिंसिपल घोष और 4 चिकित्सकों का होगा ‘पॉलीग्राफ’ टेस्ट, कोर्ट ने दी मंजरी
कोलकाता: कोलकाता बलात्कार-हत्या मामला: कोलकाता की एक अदालत ने गुरुवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और चार अन्य डॉक्टरों पर अस्पताल में एक स्नातकोत्तर प्रशिक्षु के कथित बलात्कार और हत्या के सिलसिले में पॉलीग्राफ परीक्षण करने की अनुमति दे दी है। इससे पहले सीबीआई ने अदालत से आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की ‘पॉलीग्राफ’ के साथ अन्य चिकित्सों के भी ‘पॉलीग्राफ’ टेस्ट कराने की अनुमति मांगी ।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई घोष और घटना के दिन ड्यूटी पर मौजूद चार अन्य चिकित्सकों की ‘लाई डिटेक्टर’ जांच की अनुमति के लिए उन्हें विशेष अदालत लेकर गई थी। उन्होंने बताया कि ‘लाई डिटेक्टर’ जांच केवल अदालत की अनुमति और संदिग्ध की सहमति के बाद ही की जा सकती है। इससे पहले दिन में सीबीआई ने उच्चतम न्यायालय में आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस ने स्नातकोत्तर चिकित्सक के बलात्कार और हत्या के मामले को दबाने का प्रयास किया था, क्योंकि जब तक संघीय एजेंसी ने जांच अपने हाथ में ली, तब तक अपराध स्थल में छेड़छाड़ की गयी थी।
अस्पताल के सभागार हॉल में महिला चिकित्सक के साथ बलात्कार और हत्या की घटना के खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शन हुआ। कोलकाता के सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में नौ अगस्त को सभागार में चिकित्सक का शव पाया गया था जिस पर गंभीर चोटों के निशान थे।
कोलकाता पुलिस ने इस घटना के संबंध में अगले दिन एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने 13 अगस्त को इस मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दी और इसके अगले दिन केंद्रीय एजेंसी ने जांच कोलकाता पुलिस से अपने हाथ में ले ली।
खबर - भाषा एजेंसी इनपुट के साथ