कानपुर में सिपाही का नर्स से प्रेम, संबंध बनाया, जब शादी की बात आई तो मौत के घाट उतारा
By आकाश चौरसिया | Updated: May 19, 2024 15:04 IST2024-05-19T14:50:16+5:302024-05-19T15:04:26+5:30
कानपुर के बर्रा पुलिस स्टेशन में तैनात सिपाही ने पास के अस्पताल में काम करने वाली पीड़िता से प्रेम किया, फिर संबंध बनाया। जब उसने शादी का दबाव बनाया, तो उसे सिपाही अपने गांव ले गया और दोस्त के साथ मिलकर मौत के घाट उतार दिया।

फोटो क्रेडिट- (एक्स)
लखनऊ:उत्तर प्रदेश के कानपुर से झकझोर देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक सिपाही ने नर्स को पहले तो अपने जाल में फंसा लिया। संंबंध बनाया और जब नर्स ने शादी करने का दबाव बनाया तो उसकी हत्या आरोपी सिपाही ने दोस्त के साथ मिलकर एटा में कर दी। यह घटना तब सामने आई है, जब (नर्स) बेटी के लिए मां और भाई दर-दर की ठोकरें खा रहे थे, फिर अचानक से ढाई महीने बाद लापता लड़की लास एटा में मिली। फिर पुलिस ने इस तत्परता से एक्शन लिया और आरोपी तक मोबाइल ट्रेस के जरिए पहुंचने में कामयाब हो पाई।
कांस्टेबल के खिलाफ लगातार मां और बेटे की कोशिशों के बावजूद लोकल पुलिस उन पीड़ित मां और बेटे का केस नहीं ले रहे थे। इसके बदले उनके ऊपर एफआईआर करने की धमकी दे रही थी। हाल ही में एटा में नर्स का शव मिलने के बाद, पुलिस ने कार्रवाई शुरू की, जिससे हेड कांस्टेबल और उसके साथी की गिरफ्तारी हुई।
शालू तिवारी, कानपुर के बर्रा की रहने वाली है, जो लोकल नर्सिंग होम में काम करती है। तीन साल पहले उसकी मुलाकात सिपाही मनोज कुमार से हुई, क्योंकि मनोज उस समय बर्रा पुलिस थाने में तैनात था। हालांकि, कुछ समय बाद मनोज का शालू के किराए के कमरे पर आना-जाना शुरू हो गया और वे दोनों रिश्ते में आ गए।
रिपोर्ट के अनुसार, शालू की मां संगीता ने दावा किया कि मनोज ने उनकी बेटी से शादी करने का वादा किया था, बराबर उनकी बेटी से कहता रहा कि वो अविवाहित है। जब शालू ने शादी का दबाव बनाया, तो मनोज ने खुलासा किया वो शादी-शुदा है, उसके दो बच्चे है और वे एटा के जालेसर में रह रहे हैं।
शालू कोई एक्शन मनोज के खिलाफ ले पाती, उससे पहल मनोज ने षड्यंत्र रचा। 8 फरवरी, 2024 को शालू को मनोज अयोध्या की यात्रा पर जाने के लिए राजी किया, लेकिन इसके बजाय, वह उसे अपने साथी राहुल के साथ एटा में अपने गांव ले गया। दोनों ने वहां पर ले जाकर उसकी हत्या कर दी और उसकी बॉडी को सूखे कुंए में डाल दिया। इसके बाद वे कानपुर के लिए वापस लौटे, जहां मनोज ने पुलिस लाइन में ड्यूटी ज्वाइन कर ली, हालांकि उसका हाल में यहां ट्रांसफर भी हुआ।
UP : कानपुर के हॉस्पिटल की नर्स शालिनी तिवारी की लाश 18 फरवरी 2024 को एटा जिले के एक कुएं में मिली थी। अब इस घटना का खुलासा हुआ है।
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) May 19, 2024
UP पुलिस का 50 वर्षीय हेड कांस्टेबल मनोज कुमार और उसका दोस्त राहुल कुमार गिरफ्तार हैं।
मनोज कानपुर पुलिस में पोस्टेड है। शालिनी की दोस्त का… pic.twitter.com/9lVSDfLq1K
शालू, जो कभी-कभार अस्पताल में रुकती थी, लगातार अपने परिवार के संपर्क में रहती थी। हालांकि, जब कई दिनों तक उसके परिवार का उससे संपर्क टूट गया, तो उसकी मां और भाई उसके कमरे में गए और पता चला कि वह मनोज के साथ चली गई।
शालू की मां ने बर्रा पुलिस स्टेशन में अपनी बेटी के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस पुलिस ने केवल गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की और मनोज से कोई पूछताछ नहीं की। पुलिस स्टेशन और कमिश्नर कार्यालय के कई चक्कर लगाने और यहां तक कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत दर्ज कराने के बावजूद, उनकी गुहार अनसुनी कर दी गई। पीड़ित महिला का मानना है कि अगर पुलिस समय रहते कार्रवाई करती, तो शायद उसकी बेटी बच जाती।
आखिरकार पुलिस ने मोबाइल लोकेशन ट्रेस की तो मामला खुल गया। डीसीपी रवींद्र कुमार ने बताया कि 18 फरवरी को कुएं में शालू का शव मिलने के बाद उन्होंने मोबाइल डेटा की जांच की, जिसके बाद उन्हें राहुल से पूछताछ करनी पड़ी। पूछताछ और मोबाइल ट्रेस से पता चला कि राहुल का फोन नर्स के मोबाइल डेटा के साथ मैच किया गया, तो पचा चला कि आखिर लोकेशन अयोध्या और एटा में थी। इस साक्ष्य से उनकी संलिप्तता की पुष्टि हुई, जिससे शालू की हत्या के लिए मनोज कुमार और राहुल को गिरफ्तार कर लिया गया।