झारखंड पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म के मामले नहीं की कार्रवाई, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को देना पड़ा FIR का निर्देश

By एस पी सिन्हा | Published: September 9, 2020 02:49 PM2020-09-09T14:49:37+5:302020-09-09T14:49:37+5:30

पीड़िता हरला थाना इलाके के सेक्टर आठ स्थित झोपड़ी में रहती है और घर-घर काम कर अपनी आजिविका चलाती है. उसके साथ चार युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया.

Jharkhand Police did not take action on gang rape case, Chief Minister Hemant Soren had to give FIR instructions | झारखंड पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म के मामले नहीं की कार्रवाई, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को देना पड़ा FIR का निर्देश

सांकेतिक तस्वीर (फाइल फोटो)

Highlightsघटना के बाद अगले दिन महिला जब महिला थाने गई तो उसकी शिकायत नहीं सुनी गई, उसे चास थाने भेज दिया गया.इस बीच मानवाधिकार से जुडी मधु चौधरी से भेंट हुई. उनके माध्यम से 7 सितंबर की रात मुख्यमंत्री को ट्वीट कर इस गंभीर मामले की जानकारी दी गई.मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने बोकारो डीसी से रिपोर्ट मांगते हुए बोकारो पुलिस को तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया.

रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा दुष्कर्म के मामलों में संज्ञान लेते ही झारखंड पुलिस रेस हो गई. इसके साथ ही आरोपियों के खिलाफ सख्ती शुरू हो गई. ख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बोकारो में एक युवती से दुष्कर्म मामले में उपायुक्त को पीडिता को मदद पहुंचाते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर सूचित करने का आदेश दिया.

इसके बाद झारखंड पुलिस ने जानकारी दी कि इस मामले को संज्ञान में लेते हुए महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है.दरअसल, घर में चौका-बर्तन का काम कर वापस लौट रही 28 वर्षीय महिला को बोकारो के सेक्टर चार स्थित सूर्य सरोवर के पास से बोलेरो सवार बदमाशों ने अगवा कर लिया. फिर चास से चंदनकियारी जाने वाली सडक में झाडी के बीच ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म किया.

पीड़िता हरला थाना इलाके के सेक्टर आठ स्थित झोपड़ी में रहती है

पीड़िता हरला थाना इलाके के सेक्टर आठ स्थित झोपड़ी में रहती है और घर-घर काम कर अपनी आजिविका चलाती है. उसके साथ चार युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया. यह घटना बीते दो सितंबर की है. घटना के बाद पीडिता छह दिनों तक प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए थाने की चक्कर लगाती रही, लेकिन पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी.

बाद में बोकारो एसपी के हस्तक्षेप के बाद बोकारो महिला थाने में मामला दर्ज किया गया. आरोपितों में दो सगे भाई हैं, जबकि दो अन्य इन दोनों के दोस्त बताए जा रहे हैं. पुलिस मामले की जांच में जुटी गई है.बताया जा रहा है कि पीडिता एक घर में खाना बनाकर साइकिल से अपने घर लौट रही थी. 

घटना के बाद अगले दिन महिला जब महिला थाने गई तो उसकी शिकायत नहीं सुनी गई

घटना के बाद अगले दिन महिला जब महिला थाने गई तो उसकी शिकायत नहीं सुनी गई, उसे चास थाने भेज दिया गया. वहां भी उसे न्याय नहीं मिला. वह खुद पर हुए हैवानियत के जिम्मेदार लोगों को सजा दिलाने को थानों का चक्कर लगाती रही.

इस बीच मानवाधिकार से जुडी मधु चौधरी से भेंट हुई. उनके माध्यम से 7 सितंबर की रात मुख्यमंत्री को ट्वीट कर इस गंभीर मामले की जानकारी दी गई. मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने बोकारो डीसी से रिपोर्ट मांगते हुए बोकारो पुलिस को तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया.

इसके बाद एसपी चंदन झा ने तत्काल महिला थाने की पुलिस को प्राथमिकी दर्ज कर महिला की मेडिकल जांच का आदेश दिया. घटना के एक सप्ताह बाद महिला थाने में दो नामजद समीर कुमार, अभिनाश सिंह व दो अन्य को अपहरण व सामूहिक दुष्कर्म का आरोपी बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज की गई.

लड़की को घर से उठाकर ले गए  बोलेरो सवार चार युवक-

पीड़िता द्वारा थाने में दिए आवेदन के मुताबिक अचानक बोलेरो पर सवार चार युवक वहां आ धमके. इसके बाद जबरन गाड़ी पर बैठाकर उसे चंदनकियारी स्टेडियम लेते गए. जहां चारों ने बारी-बारी कर उसके साथ दुष्कर्म किया. इन चारों में एक का नाम देवेंद्र है, जबकि दूसरा उसका भाई शामिल है, जबकि दो अन्य इनके दोस्त हैं. 

पीडिता बोकारो थाने पहुंची तथा अपने साथ हुए दुष्कर्म की जानकारी पुलिसवालों को दी. लेकिन किसी ने उसकी एक न सुनी. साथ ही प्राथमिकी दर्ज करने से साफ इन्कार कर दिया. इसके बाद वह कई दिनों तक प्राथमिकी दर्ज कराने को लेकर चास से लेकर बोकारो महिला थाने तक की चक्कर काटती रही. इस दौरान पुलिस वाले उस पर संदेह जताते हुए दुष्कर्म की सबूत मांगने लगे. इसके बाद वह एक एनजीओ(स्वयंसेवी संस्था) संचालिका के साथ थाने पहुंची, लेकिन उसकी वहां एक नहीं सुनी गई. जब वह इस मामले को लेकर एसपी से मिली तब यहां से प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई का आदेश दिया गया.

एसपी चंदन झा के आदेश से पीड़िता का सदर अस्पताल में मेडिकल जांच कराई गई

एसपी चंदन झा के आदेश से पीडिता का सदर अस्पताल में मेडिकल जांच कराई गई. जांच के साथ आज कोविड जांच कराई गई. इसके बाद महिला का कोर्ट में बयान दर्ज कराई जाएगी. इधर, महिला पुलिस ने सिटी डीएसपी ज्ञानरंजन के निर्देश पर आरोपियों की तलाश तेज कर दी है.

पीड़िता के बयान के अनुसार हैवानियत के बाद चारों बदमाश उसे बेहोश छोडकर भाग निकले. जब होश आया तो महिला झाड़ी से निकलकर लड़खड़ाती हुई सड़क तक पंहुची. वह राहगीरों से मदद मांगती रही कि कोई उसे घर पंहुचा दे पर राहगीर उसे देखकर भागते रहे. अंत में एक बुजुर्ग स्कूटर सवार व्यक्ति रुका. उसकी पीड़ा को देखते हुए उसे सेक्टर चार उसके घर छोड़ा. बदमाशों ने घटना से पूर्व बीयर का भी सेवन किया. सामूहिक दुष्कर्म के बाद पीड़िता को मारने का प्रयास किया गया. महिला थाने की पुलिस ने घटनास्थल से खाली बीयर व पानी का बोतल, टुटे हुए कांच के चूडी के टुकड़े बरामद किए है.

Web Title: Jharkhand Police did not take action on gang rape case, Chief Minister Hemant Soren had to give FIR instructions

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