झारखंड चुनावः ड्यूटी पर आए जवान ने साथी को गोली मारकर खुद को भी उड़ाया, दोनों की मौत के बाद इलाके में फैली सनसनी
By एस पी सिन्हा | Updated: December 10, 2019 05:56 IST2019-12-10T05:56:45+5:302019-12-10T05:56:45+5:30
झारखंड चुनावः रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनीश गुप्ता ने बताया कि यह घटना सुबह लगभग 6:30 बजे खेल गांव परिसर में हुई, जहां इन जवानों को द्वितीय चरण के मतदान के बाद ठहराया गया था. इन्हें आज ही हजारीबाग जिला के चौपारण में चुनाव की ड्यूटी पर जाना था.

Demo Pic
झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव ड्यूटी पर आये छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल की एक बटालियन के जवान ने आपसी विवाद के बाद सोमवार तड़के सुबह अपने कंपनी कमांडर की गोली मारकर हत्या कर दी. बाद में जवान ने अपने ही हथियार से खुद को भी गोली मार ली. रांची के खेलगांव स्थित सीआरपीएफ कैंप में छत्तीसगढ़ आर्म्ड फोर्सेज के कंपनी कमांडर सहित दो जवानों की मौत के बाद यहां कैंप में अफरातफरी की स्थिति है. सीएएफ के जवान ने करीब 15 राउंड फायरिंग की है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतकों में दोनों छतीसगढ़ सशस्त्र बल 4 बटालियन बी कंपनी के जवान थे. इनमें एक जवान कंपनी कमांडर था, जिनका नाम मेला राम कुर्रे बताया जा रहा है. जबकि दूसरा जवान विक्रम राजवाडे है. दोनों छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल बटालियन 4-बी के जवान थे. दोनों चुनावी ड्यूटी के लिए रांची आए हुए थे. घटना से पूरे कैंप में हड़कंप मच गया है. पूरे खेलगांव परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया.
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन में जुटी है. विवाद किस बात को लेकर हुआ, इसका स्पष्ट तौर पर पता नहीं चल पाया है. पुलिस ने दोनों शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. कमांडेंट डीआर आचला ने बताया कि जवान ने किसी बात पर अपने कंपनी कमांडर को गोली मार दी, इसके बाद खुद भी गोली मार ली. मामले की जांच की जा रही है. इस क्रम में एक जवान नंद किशोर कुशवाहा को भी पैर में गोली लग गई है.
वहीं, रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनीश गुप्ता ने बताया कि यह घटना सुबह लगभग 6:30 बजे खेल गांव परिसर में हुई, जहां इन जवानों को द्वितीय चरण के मतदान के बाद ठहराया गया था. इन्हें आज ही हजारीबाग जिला के चौपारण में चुनाव की ड्यूटी पर जाना था.
उन्होंने बताया कि प्रारंभिक सूचना के अनुसार, कंपनी कमांडर और जवान में किसी बात को लेकर विवाद हुआ. इसके बाद गुस्से में जवान ने अपने हथियार से कंपनी कमांडर को गोली मार दी. मौके पर ही कंपनी कमांडर मेला राम कुर्रे की मौत हो गई. इस घटना के बाद जवान ने अपने ही हथियार से आत्महत्या भी कर ली. गोलीबारी की इस घटना में दो अन्य जवानों को छर्रे लगे हैं. उन्हें घायल स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है. नंद किशोर कुशवाहा के अलावा बेनुधर धुप को भी हल्की चोट आई है. दीवार से टकराकर एक गोली उनको छूते हुए निकल गयी.
बताया जाता है कि गुस्से में विक्रमादित्य रजवाडे ने करीब 15 राउंड गोली चलाई. कंपनी कमांडर मेला राम कुर्रे 20 दिन के बाद सेवा से रिटायर होने वाले थे. वहीं, आरक्षी विक्रमादित्य युवा था और अब तक उसका विवाह भी नहीं हुआ था. फॉरेंसिक विभाग की टीम जांच के लिए घटनास्थल पर पहुंच गई है. एसएसपी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद इसके वास्तविक कारणों की जानकारी हो सकेगी.
छत्तीसगढ़ आर्म्स फोर्स के कमांडर और कांस्टेबल की मौत पर कंपनी के कमांडेंट डीआर आंचला ने बताया कि दोनों जवानों के बीच करीब 1 सप्ताह से विवाद चल रहा था. विवाद के बीच दोनों आपस में झगडा कर रहे थे. कांस्टेबल विक्रम आदित्य रजवाडे शराब पीता था. इसे लेकर काफी समझाया भी जाता था, लेकिन उसने अनुशासनहीनता जारी रखी. इस बीच असिस्टेंट कमांडेंट मेलाराम कुर्रे को कांस्टेबल ने गोली मार दी. एक दिन पहले ही चाईबासा से ड्यूटी कर जवानों की कंपनियां लौटी थीं.
हजारीबाग के तीसरे चरण के चुनाव के लिए जाने की तैयारी थी. यहां यह भी बता दें कि चार दिन पहले छत्तीसगढ के नारायणपुर में आइटीबीपी के जवान ने पांच साथी जवानों को गोली मार दी थी. पांच जवानों की मौत के इस भयानक मंजर में कडेनार कैंप में रह रहे आइटीबीपी के जवान ने अपने बैरक में एके 47 से अंधाधुंध फायरिंग की थी. आरोपित जवान मसुदुल रहमान को छुट्टी पर तब घर जाना था. रहमान ने अपने साथी जवान की रायफल से अपने बैरक में फायरिंग की, इसके बाद उसने पांच जवानों को गोली मार दी.