इंदौरः एनआरआई से 2.68 करोड़ की ठगी, मेट्रोमोनियल साइट बनाकर भाई-बहन ने दिया अंजाम
By मुकेश मिश्रा | Updated: April 11, 2025 16:35 IST2025-04-11T16:33:54+5:302025-04-11T16:35:48+5:30
भारत की एक मेट्रोमोनियल वेबसाइट पर शादी के लिए प्रोफाइल बनाई थी, जहां एक महिला प्रोफाइल से उनकी बातचीत शुरू हुई।

सांकेतिक फोटो
इंदौरः क्राइम ब्रांच ने एक बड़ी साइबर ठगी का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने अमेरिका में रहने वाले एक एनआरआई युवक को वैवाहिक रिश्ते का झांसा देकर करीब 2.68 करोड़ रुपये की ठगी की। हैरानी की बात यह है कि इस ठगी को अंजाम देने वाले आरोपी सगे भाई-बहन हैं। पुलिस के अनुसार, मूलतः आंध्र प्रदेश के रहने वाले वेंकट कलगा वर्तमान में अमेरिका के नॉर्थ कैरोलिना में कार्यरत हैं। उन्होंने भारत की एक मेट्रोमोनियल वेबसाइट पर शादी के लिए प्रोफाइल बनाई थी, जहां एक महिला प्रोफाइल से उनकी बातचीत शुरू हुई।
यह प्रोफाइल एक इंस्टाग्राम मॉडल की तस्वीरों का उपयोग कर फर्जी रूप से बनाई गई थी। आरोपी महिला ने खुद को बरखा जैसबानी नाम से प्रस्तुत किया और बातचीत को आगे बढ़ाते हुए वेंकट से मोबाइल नंबर लेकर व्हाट्सएप पर चैटिंग और कॉलिंग शुरू की। लगातार बातचीत के दौरान आरोपी ने विवाह की बातों में वेंकट को इस हद तक विश्वास में ले लिया कि वह उसकी हर बात पर भरोसा करने लगे।
इसके बाद अलग-अलग बहानों से — जैसे बीमारी, अमेरिका आने की जरूरत, घर की आर्थिक परेशानियां — आरोपी महिला और उसके भाई ने वेंकट से अप्रैल 2023 से जून 2024 के बीच किस्तों में कुल ₹2,68,64,481/- की रकम अपने और अपने परिचितों के बैंक खातों में डलवाकर हड़प ली।
क्राइम ब्रांच की जांच में यह सामने आया कि इस पूरे फ्रॉड की मास्टरमाइंड सिमरन जेसवानी है, जिसने अपने भाई विशाल जेसवानी के साथ मिलकर यह फर्जीवाड़ा किया। सिमरन को इंदौर से और विशाल को अहमदाबाद से गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ के दौरान दोनों ने बताया कि इस पैसे का इस्तेमाल उन्होंने चार पहिया वाहन खरीदने, व्यापार में निवेश और अपनी देनदारियाँ चुकाने में किया।
आरोपियों के खिलाफ थाना अपराध शाखा, जिला इंदौर में अपराध क्रमांक 71/25, धारा 419, 420, 34 भादंवि के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है और इस पूरे मामले में और भी जानकारियां सामने आने की संभावना है।