देश में बड़े स्तर पर फैला है नशे का व्यापार, हर साल हजारों किलो ड्रग्स होते हैं जब्त, पर चंद गिरफ्तारियां

By नितिन अग्रवाल | Published: September 7, 2020 07:07 AM2020-09-07T07:07:54+5:302020-09-07T07:07:54+5:30

सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच के साथ-साथ एक बार फिर बॉलीवुड और पूरे देश में फैले ड्रग्स के व्यापार को लेकर बातें शुरू हो गई है. देशभर में हर साल हजारों किलो नशीले पदार्थ बरामद किए जाते हैं लेकिन इन मामलों में बहुत कम लोगों पर दोष सिद्ध हो पाता है.

Indian drug racket thousands of kg drugs seized every year, but few arrests | देश में बड़े स्तर पर फैला है नशे का व्यापार, हर साल हजारों किलो ड्रग्स होते हैं जब्त, पर चंद गिरफ्तारियां

देश में बड़े स्तर पर फैला है नशे का व्यापार (फाइल फोटो)

Highlightsनशीले और मादक पदार्थों के काले कारोबार में बहुत कम लोगों पर हो पाता है दोष सिद्धअप्रैल 2018 से मार्च 2019 के दौरान 12 महीनों में केवल 61 मामलों में ही सजा दिलाई जा सकी

बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले के तार ड्रग्स से जुड़ने के बाद एक बार फिर नशीले और मादक पदार्थों के काले कारोबार को लेकर बहस शुरू हो गई है. सुशांत सिंह मामले में सुर्खियो में आया नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो देश में देशभर में नशे के गोरखधंधे पर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार की सबसे अहम एजेंसी है.

ऐजेंसी द्वारा देशभर में हर साल हजारों किलो नशीले पदार्थ बरामद किए जाते हैं और हजारों लोग गिरफ्तार भी होते हैं लेकिन दोष कम ही लोगों पर सिद्ध होता है.

बड़ा है नशा का व्यापार 

गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार 2018-19 के दौरान एनसीबी ने लगभग 256 किलो हेरोइन, 375 किलो ओपियम, 2.66 किलो मॉरफीन, 35106 किलो गांजा, 950 किलो हशीश, 22 किलो कोकेन, 2 किलो से अधिक मेथाकुआलोन और 60 किलो से अधिक एमपेथामाइनस पकड़ी थी.

इसके अतिरिक्त नशे के लिए इस्तेमाल की जाने वाली 7.60 लाख गोलियां, 10,300 इंजेक्शन और लगभग 128 किलो एफेड्रिन बरामद किया था. इसके अतिरिक्त एनसीबी ने विभिन्न सरकारी एजेंसियों की मदद से अरु णाचल, बिहार, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, मणिपुर, उत्तराखंड और प.बंगाल में 7887 एकड़ में खड़ी अफीम की अवैध फसल को भी नष्ट कराया.

गृह मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार एजेंसी ने इस दौरान आंध्रप्रदेश, मध्यप्रदेश, हिमाचल, उत्तराखंड, ओडीशा, त्रिपुरा और तेलंगाना में 4300 एकड़ में गांजे की खड़ी फसल को भी नष्ट करने में कामयाब रही.

12 महीने में केवल 61 मामलों में सजा

अप्रैल 2018 से मार्च 2019 के दौरान 12 महीनों में एजेंसी अदालत के जरिए केवल 61 मामलों में ही सजा दिलाई गई. हालांकि देशभर में अपराध के आकंड़ों का हिसाब रखने वाले राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की वार्षिक रिपोर्ट में एनसीबी के हवाले से कहा गया है कि वर्ष 2018 के दौरान ही नशीले पदार्थों के मामले में देशभर में 49,450 मामलों में 60,156 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. 

इसी तरह गृह मंत्रालय की 2017-2018 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार एनसीबी द्वारा 45 मामलों में अदालत से सजा दिलाई गई. जबकि एनसीआरबी की 2017 की रिपोर्ट के अनुसार नशीले पदार्थों की तस्करी में लिप्त 56,006 लोगों को 33,158 मामलों में गिरफ्तार किया गया था.

एनसीबी के आंकड़ों की अलग तस्वीर

एनसीबी के अपने आंकड़े अलग ही तस्वीर पेश करते हैं. एजेंसी की 2017 की रिपोर्ट के अनुसार नशे की तस्करी के सिलिसले में गिरफ्तार किए गए 56,006 लोगों में से 36067 पर कार्रवाई की गई लेकिन सजा 27949 लोगों को हुई.

इसी तरह वर्ष 2013, 2014, 2015, 2016 में क्रमश: 26658, 27480, 32,559 और 38975 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इनमें से क्रमश: 22640, 35140, 52143 और 40660 लोगों के खिलाफ कार्रवाई और 12159, 27685, 38017 और 31510लोगों पर ही दोष सिद्ध हो सका.

Web Title: Indian drug racket thousands of kg drugs seized every year, but few arrests

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