सामान्य बुखार की लोकप्रिय दवा 'डोलो-650' बनाने वाली कंपनी पर पड़ा इनकम टैक्स का छापा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 6, 2022 05:29 PM2022-07-06T17:29:38+5:302022-07-06T17:34:41+5:30
सामान्य बुखार की सबसे लोकप्रिय दवा डोलो-650 बनाने वाली कंपनी पर इनकम टैक्स ने छापेमारी की है। डोलो-650 टैबलेट बनाने वाली कंपनी माइक्रो लैब्स के सीएमडी दिलीप सुराणा और डायरेक्टर आनंद सुराणा के आवासों पर भी इनकम टैक्स की रेड जारी है।
बेंगलुरु: मौजूदा दौर में सामान्य बुखार की सबसे लोकप्रिय दवा डोलो-650 निर्माता माइक्रो लैब्स लिमिटेड पर इनकम टैक्स विभाग ने 6 जून को छापेमारी की है।
जानकारी के मुताबिक इनकम टैक्स की इस छापेमारी में विभाग से जुड़े करीब 20 से अधिक अधिकारियों की टीम शामिल है। यह छापेमारी डोलो-650 टैबलेट बनाने वाली कंपनी के रेसकोर्स रोड स्थित स्थित दवा कंपनी के दफ्तर पर मारी गई है।
इस मामले में इनकम टैक्स विभाग के सूत्रों का कहना है कि टैक्स चोरी के संबंध में डोलो-650 टैबलेट बनाने वाली कंपनी के नई दिल्ली, सिक्किम, पंजाब, तमिलनाडु और गोवा सहित देश भर में करीब 40 जगहों पर लगभग 200 अधिकारियों ने एक साथ छापेमारी की है।
इसके अलावा डोलो-650 टैबलेट बनाने वाली कंपनी माइक्रो लैब्स के सीएमडी दिलीप सुराणा और डायरेक्टर आनंद सुराणा के आवासों पर भी रेड की जा रही है।
इनकम टैक्स के अधिकारियों का कहना है कि टीम रेसकोर्स रोड स्थित माइक्रो लैब्स लिमिटेड कार्यालय से टैक्स से संबंधित सारे दस्तावेजों को एकत्र कर रही है और उसकी जांच की जाएगी।
खबरों के मुताबिक डोलो-650 बनाने वाली कंपनी पर आरोप है कि उसने साल 2020 में फैले कोविड -19 के काल में लगभग 350 करोड़ टैबलेट्स को बाजार में बेचा, जिससे उसे महज एक साल में लगभग 400 करोड़ रुपये का रेवेन्यू मिला।
इनकम टैक्स का कहना है कि जितना रेवेन्यू डोलो-650 बनाने वाली कंपनी ने बाजार से प्राप्त किया, उसके मुकाबले उसके द्वारा टैक्स की हेराफेरी हुई जान पड़ती है। इसलिए विभाग को कंपनी के मुख्य कार्यलय सहित अन्य स्थानों पर छापेमारी करनी पड़ी है।
अब इनकम टैक्स जब्त किये दस्तावेजों के आधार पर मामले की जांच करेगा और पता करेगा कि क्या डोलो-650 बनाने वाली कंपनी ने किसी तरह की टैक्स चोरी की है या नहीं।
फिलहाल विभाग के अधिकारी डोलो-650 बनाने कंपनी को किसी भी तरह का बेनिफिट ऑफ डाउट देने से इनकार करते हुए अंदेशा जता रहे हैं कि कंपनी मुनाफे में टैक्स की हेराफेरी कर सकती है, लेकिन ये बात तभी स्पष्ट हो पायेगी, जब इस मामले में जांच पूरी होगी।
इनकम टैक्स इस मामले में प्रक्रियागत तरीके से आगे बढ़ रही है और सबी अभिलेखों की जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगा। वहीं इस मामले में अबी तक डोलो-650 बनाने कंपनी माइक्रो लैब्स लिमिटेड की ओर से भी कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।