बिहार में मॉब लिचिंग की घटनाओं में हो रही बेतहाशा बढ़ोतरी ने पुलिस के लिए मुश्किलें खडी कर दी हैं. पिछले कुछ महीनों से बच्चा चोरी के नाम पर बिहार के लगभग सभी जिलों में मॉब लिचिंग की कई घटनाएं हुई है. इन घटनाओं ने पुलिस मुख्यालयय की भी पेशानी बढा दी है. एडीजी, मुख्यालय जितेंद्र कुमार के मुताबिक मॉब लिचिंग के नाम पर भीड़ ने 14 लोगों की जान ले ली जबकि 45 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं.
एडीजी ने बताया कि इन घटनाओं में 348 लोगों के विरूद्ध पुलिस ने नामजद और 4 हजार से अधिक अज्ञात लोगों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कर आगे की कानूनी कारवाई कर रही है. आगे से ऐसी घटनाएं ना हो इस दिशा में पुलिस मुख्यालय ने अपनी कमर कस ली है. ऐसी घटनाओं से लोग गुरेज करे इसको लेकर पुलिस मुख्यालय ने प्रचार प्रसार का निर्णय लिया है.
एडीजी ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि इस तरह की घटनाओं में शामिल ना हों अगर वह ऐसा करते हैं तो कडी कानूनी सजा पाने के लिये तैयार रहें. पुलिस किसी भी हाल में किसी को नही बख्शेगी. इधर अब तक हुई तमाम 19 घटनाओं में शामिल लोगों की गिरफ्तारी जल्द से जल्द की जाए इसके लिये संबंधित जिलों की पुलिस इकाई दिन रात काम कर रही है.
यहां उल्लेखनीय है कि इधर हाल के दिनों में बिहार में बच्चा चोरी अथवा अन्य कई तरह का अफवाह उडाकर लोगों की पिटाई करने के कई मामले सामने आए हैं. बेकाबू भीड़ के इस हमले में कई की जान चली गई हैं. ऐसे में पुलिस मुख्यालय की नींद हराम हो गई हैं. इसपर नियंत्रण पाना पुलिस के लिए एक चुनौती बन गया है. लेकिन अब पुलिस सख्ती से इसपर कार्रवाइ करने का मन बना रही है.