फोन पर लगातार बातचीत, पिता ने 17 वर्षीय सौतेली बेटी की गला दबाकर मार डाला
By भाषा | Published: December 19, 2022 03:24 PM2022-12-19T15:24:26+5:302022-12-19T15:43:50+5:30
हैदराबादः पुलिस के अनुसार, बड़ी बहन ने व्यक्ति को रोकने की कोशिश की, लेकिन वह उसे धक्का देकर छोटी बहन को एक कमरे में ले गया और गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
हैदराबादः फोन पर लगातार बातचीत करने को लेकर रविवार को यहां एक व्यक्ति ने अपनी 17 वर्षीय सौतेली बेटी की कथित तौर पर हत्या कर दी। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने किशोरी की बड़ी बहन की शिकायत का हवाला देते हुए कहा कि जब लड़की किसी से फोन पर बात कर रही थी, तो उसके सौतेले पिता ने जबरन फोन छीन लिया और उसकी पिटाई की।
पुलिस के अनुसार, बड़ी बहन ने व्यक्ति को रोकने की कोशिश की, लेकिन वह उसे धक्का देकर छोटी बहन को एक कमरे में ले गया और गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। अधिकारियों ने कहा कि बड़ी बहन छोटी बहन को अस्पताल ले गई जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने कहा कि व्यक्ति को हिरासत में ले लिया गया है और जांच जारी है।
नागपुर में दौड़ प्रतियोगिता में हारने के बाद किशोर ने आत्महत्या की
महाराष्ट्र के नागपुर में संभागीय खेलों की दौड़ प्रतियोगिता में हारने के बाद 16 वर्षीय एक लड़के ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। हिंगना थाने के अधिकारी ने बताया कि दसवीं कक्षा का छात्र 16 दिसंबर को हुए खेलों के बाद घर लौटने पर अवसाद में था।
उसने शनिवार शाम पेड़ से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। उन्होंने कहा, “ऐसा लगता है कि वह संभागीय खेलों में हुई दौड़ में हारने के बाद बहुत परेशान था। हमने दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज किया है और जांच की जा रही है।”
उत्तरी दिल्ली में फुटपाथ पर खड़े तीन बच्चों को कार ने टक्कर मारी
उत्तरी दिल्ली के गुलाबी बाग इलाके में रविवार को एक स्कूल के पास कार चलाना सीख रहे व्यक्ति ने फुटपाथ पर खड़े तीन बच्चों को टक्कर मार दी, जिससे वे घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि घटना सुबह करीब नौ बजे हुई। इसने कहा कि कार चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है।
उत्तरी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त सागर सिंह कलसी ने कहा कि प्रताप नगर निवासी गजेंद्र (30) लीलावती स्कूल के पास अपने वाहन से नियंत्रण खो बैठा और फुटपाथ पर खड़े बच्चों को टक्कर मार दी। उन्होंने कहा कि तीनों बच्चे खतरे से बाहर हैं, जिनकी उम्र 10 वर्ष, छह और चार वर्ष है।
पुलिस के अनुसार, निजी ऋण वसूली एजेंट गजेंद्र के पास वाहन चलाने का लाइसेंस नहीं है और घटना के समय उसके साथ एक अन्य व्यक्ति करण (27) भी था। उन्होंने कहा कि गजेंद्र, करण की मदद से कार चलाना सीख रहा था और वाहन करण के रिश्तेदार का था।