Deoband-Srinagar: 31 साल से नाम और वेशभूषा बदलकर रह रहा था मुख्य आरोपी नजीर अहमद वानी?, अगस्त 1993 बम धमाके में शामिल, पुलिस ने ऐसे खोज निकाला

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: November 19, 2024 14:32 IST2024-11-19T14:30:52+5:302024-11-19T14:32:20+5:30

Deoband-Srinagar: वर्ष 1992 में अयोध्या में विवादित ढांचा गिराये जाने के बाद पूरे देश में साम्प्रदायिक दंगे हुए थे और उस दौरान देवबंद में भी कई स्थानों पर साम्प्रदायिक हिंसा हुई थी।

Deoband-Srinagar Main accused Nazir Ahmad Wani living changing name disguise 31 years Involved in August 1993 bomb blast how police discovered up jk police | Deoband-Srinagar: 31 साल से नाम और वेशभूषा बदलकर रह रहा था मुख्य आरोपी नजीर अहमद वानी?, अगस्त 1993 बम धमाके में शामिल, पुलिस ने ऐसे खोज निकाला

सांकेतिक फोटो

Highlightsअधिकारी ने बताया कि तलाश में एटीएस और पुलिस के दल लगे हुए थे। 31 वर्ष से सबको चकमा देकर अपना नाम और वेशभूषा बदलकर इधर-उधर रह रहा था।हिंसा के दौरान अगस्त 1993 में शहर में पुलिसकर्मियों पर बमों से हमला किया गया था।

Deoband-Srinagar: सहारनपुर जिले के देवबंद में अगस्त, 1993 में हुए बम धमाकों के मुख्य आरोपी नजीर अहमद वानी को 31 वर्ष बाद एटीएस और पुलिस की टीम ने श्रीनगर से गिरफ्तार कर लिया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सागर जैन ने बताया कि आतंकवादी निरोधक दस्ते (एटीएस) और देवबंद पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में देवबंद में हुए बम धमाकों के आरोपी को जम्मू कश्मीर से रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। अधिकारी ने बताया कि उसकी तलाश में एटीएस और पुलिस के दल लगे हुए थे।

उन्होंने कहा कि वह पिछले 31 वर्ष से सबको चकमा देकर अपना नाम और वेशभूषा बदलकर इधर-उधर रह रहा था। जैन ने बताया कि वर्ष 1992 में अयोध्या में विवादित ढांचा गिराये जाने के बाद पूरे देश में साम्प्रदायिक दंगे हुए थे और उस दौरान देवबंद में भी कई स्थानों पर साम्प्रदायिक हिंसा हुई थी।

उन्होंने कहा कि इस हिंसा के दौरान अगस्त 1993 में शहर में पुलिसकर्मियों पर बमों से हमला किया गया था। उन्होंने बताया कि उस समय पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके नजीर अहमद को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन 1994 में उसे न्यायालय ने जमानत दे दी थी। जैन के अनुसार जमानत पर बाहर आने के बाद से ही वह फरार चल रहा था और पुलिस इस मामले में उसकी तलाश कर रही थी।

उन्होंने बताया कि आरोपी नजीर बम धमाकों के बाद से श्रीनगर में रह रहा था और श्रीनगर में उसकी गतिविधियों की जांच कराई जा रही है। पुलिस के मुताबिक हिजबुल मुजाहिदीन का यह कथित आतंकी बम धमाके से पहले देवबंद में रह रहा था, लेकिन जेल से जमानत मिलने के बाद वह यहां से फरार हो गया था।

उस बम धमाके में दो पुलिसकर्मियों सहित चार लोग घायल हो गये थे। जैन ने बताया कि वह पिछले 31 वर्ष से न्यायालय में तारीख पर नही आ रहा था, जिसके बाद न्यायालय द्वारा 20 मई 2024 को उसके खिलाफ स्थायी वारंट जारी किया गया था।

अधिकारी ने कहा कि एटीएस देवबंद और थाना देवबंद पुलिस ने आरोपी को कश्मीर में गिरफ्तार किया है, जिसे न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है। सहारनपुर पुलिस ने आतंकी वानी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। पकड़ा गया आतंकी हिजबुल मुजाहिदीन का सक्रिय सदस्य बताया जाता है।

Web Title: Deoband-Srinagar Main accused Nazir Ahmad Wani living changing name disguise 31 years Involved in August 1993 bomb blast how police discovered up jk police

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