Delhi CM Rekha Gupta Attack: मित्र तहसीन सैयद से बात कर रहा था खिमजी, खरीदा था चाकू, हमले की योजना
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 25, 2025 21:50 IST2025-08-25T16:21:13+5:302025-08-25T21:50:12+5:30
Delhi CM Rekha Gupta Attack: पुलिस के अनुसार, तहसीन को रविवार को हिरासत में ले लिया गया। पुलिस के मुताबिक, खिमजी ने गुप्ता के शालीमार बाग स्थित आवास का एक वीडियो कथित तौर पर तहसीन को भेजा था।

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दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हाल हमें हुए हमले के मुख्य आरोपी ने कथित तौर पर उनकी (मुख्यमंत्री) हत्या की योजना बनाई थी और दिल्ली पहुंचते ही चाकू खरीद लिया था। पुलिस के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपी के दोस्त तहसीन सईद को साजिश के बारे में पता था और वह हमले से पहले लगातार उसके संपर्क में था।
सईद को भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘आरोपी सकरिया राजेशभाई खिमजी मुख्यमंत्री की हत्या की योजना बनाकर आया था और उसने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के बाहर एक सब्जी के ठेले से चाकू खरीदा था। लेकिन जब उसने (मुख्यमंत्री के) जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान भारी पुलिस बल तैनात देखा तो आरोपी ने सिविल लाइंस में कहीं चाकू फेंक दिया।’’
उन्होंने बताया कि सिविल लाइंस इलाके से चाकू बरामद किया गया है। सईद को पूछताछ के लिए गुजरात के राजकोट से शुक्रवार रात को दिल्ली लाया गया और तथ्यों की पुष्टि के लिए खिमजी से उसका आमना-सामना कराया गया। उसे रविवार को हिरासत में ले लिया गया। अधिकारी ने बताया कि खिमजी ने कथित तौर पर सईद को गुप्ता के शालीमार बाग स्थित आवास का वीडियो भेजा था।
जबकि सईद ने उसे 2,000 रुपये भेजे थे और बुधवार को मुख्यमंत्री पर उनके सिविल लाइन्स कैंप कार्यालय में आयोजित ‘जन सुनवाई’ कार्यक्रम के दौरान हुए कथित हमले से पहले दोनों लगातार संपर्क में थे। सूत्रों ने दावा किया कि खिमजी शालीमार बाग स्थित गुप्ता के निजी आवास की ओर जाने से पहले उच्चतम न्यायालय गए थे।
उन्होंने बताया कि ऑटोरिक्शा चालक खिमजी के खिलाफ राजकोट के भक्तिनगर पुलिस थाने में 2017 से 2024 के बीच मारपीट और शराब रखने के पांच मामले दर्ज हैं। उसके खिलाफ कई निवारक कार्रवाई भी की गई है। गुजरात मद्यनिषेध अधिनियम और दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत 2017, 2020 और 2022 में दो बार ये कार्रवाई की गई।
खिमजी को 2021 में बॉम्बे पुलिस अधिनियम की धारा 56 के तहत एक बार निर्वासित भी किया गया था। वर्ष 2017 के एक मामले के तथ्यों के अनुसार, खिमजी ने एक व्यक्ति के सिर पर तलवार से वार किया और कपड़े धोने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले बल्ले से उसकी पिटाई की। वहीं, वर्ष 2022 में पत्नी से झगड़े के बाद उसने परिवार वालों को डराने के लिए ब्लेड से अपने सिर पर हमला भी किया था।
तब उसे नौ टांके लगे थे। खिमजी अवैध शराब की तस्करी में भी शामिल था। दिल्ली पुलिस मुख्यमंत्री पर हुए हमले के सिलसिले में 10 से ज़्यादा लोगों से पूछताछ कर रही है, जिनमें राजकोट में खिमजी के दोस्त और परिवार के सदस्य भी शामिल हैं। खिमजी ने जांचकर्ताओं को बताया कि उसने आवारा कुत्तों को अन्य स्थानों पर स्थानांतरित करने के उच्चतम न्यायालय के आदेश के खिलाफ यहां रामलीला मैदान में प्रदर्शन करने की योजना बनाई थी, ठीक उसी तरह जैसे सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर आंदोलन किया था।
एक सूत्र ने कहा, ‘‘यदि आवश्यक हुआ तो आरोपी को जांच के तहत राजकोट स्थित उसके पैतृक स्थान भी ले जाया जा सकता है।’’ खिमजी के मोबाइल फोन को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि हमले से पहले उसने कोई महत्वपूर्ण जानकारी तो डिलीट नहीं की थी। अदालत ने खिमजी को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। उसने पुलिस को बताया कि वह मुख्यमंत्री के ‘जन सुनवाई’ कार्यक्रम में आवारा कुत्तों का मुद्दा उठाने के लिए गया था।